राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी मलेशिया को गिरफ्तार किया है. गुरुवार का गिरफ्तार हैप्पी लुधियाना कोर्ट बम ब्लास्ट का मुख्य साजिशकर्ता है. इस विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह लोग घायल हो गए. यह मामला 23 दिसंबर 2021 को लुधियाना कमीशनरेट में दर्ज किया गया था और 13 जनवरी 2022 को एनआईए द्वारा फिर से रजिस्टर किया गया था. कुआलालंपुर से आकर दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर उतरने पर उसे गिरफ्तार किया गया.
जांच से पता चला है कि लखबीर सिंह रोडे का सहयोगी, पाक आधारित आईएसवाईएफ का स्वयंभू प्रमुख, हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी मलेशिया, रोडे के साथ लुधियाना कोर्ट बिल्डिंग ब्लास्ट के साजिशकर्ताओं में से एक था. रोडे के निर्देश पर काम करते हुए, उसने कस्टम-मेड IED की डिलीवरी को कोर्डिनेट किया था, जिसे पाकिस्तान से भारत स्थित सहयोगियों को भेजा गया था. इस IED का उपयोग लुधियाना कोर्ट कॉम्प्लेक्स विस्फोट में किया गया था. गिरफ्तार आरोपी विस्फोटकों, हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी सहित विभिन्न मामलों में भी शामिल था और वांटेड था.
इससे पहले एनआईए ने हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी मलेशिया पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. उसके खिलाफ विशेष एनआईए अदालत से गैर जमानती वारंट जारी किया गया था और एलओसी खोला गया था. मामले में आगे की जांच जारी है.
गौरतलब है कि तीन दिन पहले ही दिल्ली की पटियाला हाउस की NIA कोर्ट ने जैश-ए-मोहम्मद के पांच आतंकियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है. कोर्ट ने पांचों को आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए देशभर के युवाओं को भड़काने और आतंकी ट्रेनिंग देने के मामले में दोषी पाया है. जिन पांच आतंकियों को सजा सुनाई गई, उनमें सज्जाद अहमद खान, बिलाल अहमद मीर, मुजफ्फर अहमद भट, अशफाक अहमद भट और मेराजुद्दीन चोपान का नाम शामिल है. इसके अलावा, तनवीर अहमद गनी को 5 साल की सजा सुनाई.