
पश्चिम बंगाल के भूपतिनगर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की रेड के दौरान अधिकारियों की टीम पर हमले के बाद सियासत एक बार फिर गरमा गई है. भूपतिनगर इलाके में अपनी हालिया कार्रवाई में किसी भी दुर्भावना से इनकार करते हुए NIA ने रविवार को अपने खिलाफ लगाए गए गैरकानूनी कार्यों के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और पूरे विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
दरअसल, तृणमूल कांग्रेस (TMC) के गिरफ्तार नेता मनोब्रत जना की पत्नी ने NIA के अधिकारियों के खिलाफ एक FIR दर्ज कराई है. मोनी जना ने FIR में आरोप लगाया है कि अधिकारियों ने जांच के बहाने भूपतिनगर स्थित उनके आवास में जबरन घुसकर उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाने की कोशिश की. NIA ने इन आरोपों को खारिज किया है.
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, टीएमसी नेता की पत्नी ने भूपतिनगर पुलिस थाने में दायर कराई अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि NIA के अधिकारियों ने शनिवार सुबह छापेमारी के दौरान उनके आवास पर तोड़फोड़ भी की. अधिकारी ने बताया कि मारपीट करने का आरोप लगाने संबंधी एक महिला की शिकायत मिलने के बाद हमने FIR दर्ज की है. पुलिस ने IPC की धारा 354, 354B सहित कई धाराओं में मामला दर्ज किया है.
मालूम हो कि NIA ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में 2022 में हुए विस्फोट के मामले में दो प्रमुख साजिशकर्ता मनोब्रत जना और बलाई चरण मेइती को गिरफ्तार किया था. विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई थी. NIA ने स्पष्ट किया कि उसके काम प्रामाणिक, वैधानिक और कानूनी रूप से जरूरी थे. जांच एजेंसी ने रविवार को एक बयान जारी कर अपना पक्ष रखा. घटना दिसंबर 2022 में हुई थी और कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर 6 जून 2023 को मामले की जांच NIA को मिल गई.
तलाशी में महिला कांस्टेबल भी थीं शामिल
NIA ने बयान में बताया कि हमला अकारण और एजेंसी के उसके लीगल काम से रोकने की कोशिश थी. NIA ने कहा कि स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में और CRPF की ओर से मिले सुरक्षा घेरे में पांच स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसमें महिला कांस्टेबल भी शामिल थीं. सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करने के बाद गिरफ्तारियां की गईं.
NIA ने भी दर्ज कराई है शिकायत
अपने बयान में NIA ने बताया कि आक्रामक भीड़ ने हमारी टीम पर हमला किया. गिरफ्तार आरोपी मनोब्रत जना को जब कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहा था, तभी हमला हो गया. हमले में एक अधिकारी को चोटें आईं और NIA का एक आधिकारिक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया. NIA ने हमलावरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए क्षेत्रीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई.
गौरतलब है कि NIA ने शनिवार को दो आरोपियों मनोब्रत जना और बलाई चरण मेइती को गिरफ्तार किया था. NIA ने खुलासा किया है कि जांच में शामिल होने के लिए बार-बार समन भेजे जाने के बावजूद दोनों एजेंसी के सामने पेश नहीं हो रहे थे. इसके बाद विशेष NIA अदालत, कोलकाता के समक्ष एक आवेदन दायर किया था. कोर्ट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए 3 अप्रैल 2024 को एक आदेश जारी किया. विशेष अदालत ने एजेंसी को जल्द से जल्द कार्रवाई करने के लिए कहा. विशेष अदालत के आदेश के बाद NIA ने शनिवार को तलाशी ली, जिसके बाद दो आरोपियों की गिरफ्तारी हुई.