केंद्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 'डी' कंपनी पर शिकंजा कसते हुए 90 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर 25 लाख रुपये का इनाम रखने की घोषणा की गई है. इसके साथ ही गैंगस्टर छोटा शकील पर भी 20 लाख रुपये का इनाम रखा गया है. दाऊद के अन्य सदस्यों पर भी इनाम की घोषणा की गई है.
एनआईए ने भारत हथियार, विस्फोटक, ड्रग्स की तस्करी पर रोक लगाने के लिए डी कंपनी पर शिकंजा कसा है. एक ओर दाऊद पर 25 लाख, छोटा शकील पर 20 लाख रुपये का इनाम रखा गया है तो दूसरी ओर गिरोह के तीन अन्य सदस्यों टाइगर मेमन, अनीस इब्राहिम और जावेद चिकना पर 15-15 लाख का इनाम घोषित किया गया है.
एनआईए का कहना है कि दाऊद भारत में हथियार, विस्फोटक और ड्रग्स की तस्करी के लिए एक खास यूनिट बना रहा है. इसमें पाकिस्तान की आईएसआई और कुछ आतंकी संगठन उसकी मदद कर रहे हैं. इससे पहले 9 मई को नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी यानी एनआईए ने डी कंपनी पर बड़ा एक्शन लेते हुए मुंबई के 20 ठिकानों पर छापेमारी की थी. ये ठिकाने दाऊद के शार्प शूटर्स, तस्करों, डी-कंपनी के रियल एस्टेट मैनेजर से जुड़े हुए थे. इसके अलावा कई हवाला ऑपरेटर्स पर भी छापेमारी हुई थी.
2003 में दाऊद ग्लोबल आतंकी घोषित
डी कंपनी संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा बैन आतंकी संगठन है. वहीं 1993 में हुए मुंबई धमाकों के आरोपी दाऊद को 2003 में यूएन ने ग्लोबल आतंकी माना था. उस पर 25 मिलियन डॉलर का इनाम भी रखा गया था. दाऊद इब्राहिम से जुड़े मामले की जांच गृह मंत्रालय ने फरवरी 2022 में NIA को सौंपी थी. NIA आतंक पर जांच करने वाली देश की सबसे बड़ी एजेंसी है. इससे पहले तक ईडी दाऊद से जुड़े मामलों की जांच कर रही थी.
आतंकी संगठनों के साथ काम करती है 'डी' कंपनी
गृह मंत्रालय के मुताबिक, D कंपनी और दाऊद इब्राहिम भारत में टेरर फंडिंग, नार्को टेरर, ड्रग्स स्मगलिंग और फेक करेंसी (FICN) का व्यापार कर आतंक फैलाने का काम कर रहे हैं. इतना ही नहीं दाऊद इब्राहिम और इसकी D कंपनी, लश्कर ए तैयबा (LeT), जैश ए मोहम्मद (JeM) और अल कायदा के जरिए भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रही है.