राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अपनी स्थापना के बाद से अब तक कुल 640 मामलों को दर्ज किया है. इनमें से 147 मामलों में अदालतों द्वारा फैसला सुनाया गया है, जिसमें एनआईए ने 95.23 प्रतिशत की सजा दर हासिल की है. यह जानकारी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को राज्यसभा में दी. गृह राज्य मंत्री ने बताया कि एनआईए के 109 मामले "सक्रिय जांच" के अंतर्गत हैं, जबकि 395 मामले "आगे की जांच" के दायरे में हैं.
अब तक 4174 आरोपी गिरफ्तार, 595 दोषी करार
नित्यानंद राय ने कहा, "05 दिसंबर 2024 तक, एनआईए ने 640 मामलों में से 505 मामलों में चार्जशीट दाखिल की है. अब तक 4174 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और 595 को दोषी करार दिया गया है." उन्होंने बताया कि जिन 147 मामलों में अदालतों ने फैसला सुनाया, उनमें से 140 में दोषसिद्धि हुई है. इससे एनआईए की सजा दर 95.23 प्रतिशत पर पहुंच गई है. एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत 543 चल-अचल संपत्तियां जब्त या कुर्क की हैं, जिनकी कुल कीमत 109.6 करोड़ रुपये है.
एजेंसी को मजबूत बनाने के लिए उठाए गए कदम
मंत्री ने बताया कि 2019 से पहले एनआईए के केवल आठ शाखा कार्यालय थे. 2019 के बाद से सरकार ने एनआईए को मजबूत करने के लिए 13 नई शाखा कार्यालयों और दो जोनल कार्यालयों को मंजूरी दी है. इसके अलावा, 2019 के बाद से एनआईए में 810 नए पद सृजित किए गए हैं. इसमें एक अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) और छह पुलिस महानिरीक्षक (IG) रैंक के अधिकारियों के पद शामिल हैं साथ ही साइबर और तकनीकी विशेषज्ञों के लिए 105 पद भी स्वीकृत किए गए हैं.