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सांसद महुआ मोइत्रा मामले में सुनवाई आज, एथिक्स कमेटी के सामने पेश होंगे देहाद्रई और निशिकांत दुबे

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के कैश फॉर क्वेरी मामले के लिए आज गुरुवार को अहम दिन है. संसद की एथिक्स कमेटी इस मामले में सुनवाई कर रही है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मोइत्रा पर अडानी समूह और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी की ओर से संसद में "सवाल पूछने के लिए रिश्वत लेने" का आरोप लगाया था. 

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टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (फाइल फोटो)
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (फाइल फोटो)

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के कैश फॉर क्वेरी मामले के लिए आज गुरुवार को अहम दिन है. संसद की एथिक्स कमेटी इस मामले में थोड़ी देर में सुनवाई करेगी. वकील जय अनंत देहाद्राई महुआ मोइत्रा के खिलाफ अपनी शिकायत में गवाही देने के लिए दोपहर 12 बजे लोकसभा की आचार समिति के सामने पेश होंगे. देहाद्राई के बाद इसी मामले में दोपहर 12:30 बजे एथिक्स कमेटी के सामने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे पेश होगी.

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आज है अहम दिन
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के कैश फॉर क्वेरी मामले के लिए आज गुरुवार को अहम दिन है. संसद की एथिक्स कमेटी इस मामले में थोड़ी देर में सुनवाई करेगी. वकील जय अनंत देहाद्राई महुआ मोइत्रा के खिलाफ अपनी शिकायत में गवाही देने के लिए दोपहर 12 बजे लोकसभा की आचार समिति के सामने पेश होंगे. देहाद्राई के बाद इसी मामले में दोपहर 12:30 बजे एथिक्स कमेटी के सामने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे पेश होगी.

कमेटी कर रही है सुनवाई
कैश फॉर क्वेरी मामले में फंसी महुआ मोइत्रा का मामला संसद की एथिक्स कमिटी के पास है. संसद की आचार समिति 26 अक्टूबर को तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ "कैश-फॉर-क्वेरी" शिकायत पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय आनंद देहाद्राई की सुनवाई कर रही है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मोइत्रा पर अडानी समूह और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी की ओर से संसद में "सवाल पूछने के लिए रिश्वत लेने" का आरोप लगाया था. 

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महुआ पर लगे हैं ये आरोप
अब इस आरोप के बाद, मामले में रियल एस्टेट अरबपति निरंजन हीरानंदानी के बेटे दर्शन हीरानंदानी सरकारी गवाह बन गए हैं. दर्शन ने दावा किया कि उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछने के लिए महुआ की संसदीय लॉगिन का इस्तेमाल किया था. दर्शन का बयान मोइत्रा की तरफ से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ दायर मानहानि मामले में शुक्रवार को सुनवाई से पहले आया है.

रियल स्टेट कारोबारी हीरानंदानी ने दावा किया है कि टीएमसी सांसद ने महंगे लग्जरी आइटम (हैंडबैग वगैरह), दिल्ली में उनके बंगले की मरम्मत, यात्रा खर्च, छुट्टियों के अलावा देश और दुनिया में अलग-अलग जगहों पर यात्राओं के लिए उनसे कई बार मदद ली है. कारोबारी का कहना है साल 2017 में बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट में महुआ मोइत्रा से मुलाकात हुई थी.

इस भेंट के बाद वह पिछले कुछ वर्षों में उनकी करीबी निजी दोस्त बन गईं. हीरानंदानी का यह भी कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि जिन राज्यों में विपक्षी दलों की सरकार है वहां बिजनेस बढ़ाने में उन्हें मदद मिलेगी. 

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लगाए थे आरोप
इस मामले के सबसे बड़े सूत्रधार हैं बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे. निशिकांत दुबे ने ही दावा किया है कि महुआ मोइत्रा पैसे और गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछती हैं. निशिकांत दुबे ने ये आरोप लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को दो दिन पहले लिखी चिट्ठी में लगाए थे. दुबे की शिकायत पर बिरला ने इस मामले को लोकसभा की एथिक्स कमेटी के पास भेज दिया है. एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष बीजेपी सांसद विनोद कुमार सोनकर हैं. यहीं से सारा विवाद शुरू हुआ.

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कौन हैं वकील जय अनंत देहाद्रई
एथिक्स कमिटी ने सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्रई को भी 26 अक्टूबर को सुनवाई के लिए बुलवाया है. बता दें कि देहाद्रई ने ही महुआ मोइत्रा पर ‘पैसे के बदले सवाल पूछने’ का आरोप लगाकर सुप्रीम कोर्ट में एक एफिडेविट फाइल की थी. वकील जय अनंत देहाद्रई की सूचना के आधार पर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी लिखकर टीमएसी सांसद मोइत्रा के संसदीय आचरण की जांच कराने की मांग की थी. महुआ मोइत्रा के खिलाफ बिजनेसमैन से पैसे और गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में अब लोकसभा की एथिक्स कमिटी कर रही है. हालांकि महुआ मोइत्रा ने अपनी सफाई में जय अनंत देहाद्रयी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह पहले से उन्हें निशाना बनाने की कोशिश में हैं और उनके आरोप सिर्फ पलटवार करने के उद्देश्य से हैं. 

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