केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय में धमकी और वसूली की कॉल के मामले की जांच के लिए एनआईए की टीम गुरुवार को नागपुर पहुंची. इस मामले में कर्नाटक की बेलगाम जेल में बंद एक हत्या के कैदी को गिरफ्तार किया गया है.
नागपुर पुलिस के मुताबिक, जयेश पुजारी उर्फ कांता पर पड़ोसी राज्य कर्नाटक के बेलगाम की एक जेल से कॉल करने का आरोप है. 14 जनवरी को उसने गडकरी से दाऊद इब्राहिम गिरोह का सदस्य होने का दावा करते हुए 100 करोड़ रुपये की मांग की, जबकि उसने 21 मार्च को 10 करोड़ रुपये की दूसरी कॉल की.
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत केस दर्ज किया है. उसे 28 मार्च को नागपुर लाया गया था. अधिकारी ने कहा कि पुलिस जांच में पाया गया कि उसके लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों से संबंध थे और उसने नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में उग्रवादियों से हथियारों का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया था. जिसके बाद गृह मंत्रालय ने एनआईए को जांच शुरू करने का निर्देश दिया.
नागपुर पहुंची एनआईए की एक टीम
अधिकारी के मुताबिक, डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में एनआईए की एक टीम नागपुर पहुंच गई है. टीम ने धंतोली पुलिस स्टेशन में मामले में दर्ज दो अपराधों के कागजात अपने कब्जे में ले लिए हैं. एनआईए की टीम तय करेगी कि क्या कांता को तुरंत गिरफ्तार करने की जरूरत है.
बेंगलुरु में दर्ज हुआ था केस
केंद्रीय मंत्री को धमकी देने के मामले में एनआईए ने बेंगलुरु में मामला दर्ज किया था और केंद्रीय एजेंसी की मुंबई इकाई को जांच करने का निर्देश दिया गया था. एनआईए की टीम गिरफ्तार किए गए आरोपी के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और अंडरवर्ल्ड से संबंध की जांच करेगी.