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भारतीय सीमा में नहीं हुआ म्यांमार का ऑपरेशन, सेना ने ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट्स को किया खारिज

ब्रिटिश मीडिया ने चश्मदीद के हवाले से दावा किया था कि म्यांमार की सेना ने विद्रोही कैंप पर एयरस्ट्राइक की थी. इस दौरान दो बम भारत की सीमा में भी गिरे थे. हालांकि, इस दौरान किसी को चोट नहीं आई. हालांकि, इन खबरों को खारिज करते हुए भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा कि भारतीय सीमा में कोई ऑपरेशन या एक्शन नहीं हुआ.

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सांकेतिक फोटो
सांकेतिक फोटो

म्यांमार की सेना ने मंगलवार को भारत से लगी सीमा पर विद्रोही कैंप पर बम बरसाए. म्यांमार की सेना की एयरस्ट्राइक से मिजोरम के गांवों में डर और भय का माहौल रहा. इन सबके बीच भारतीय सेना के सूत्रों ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि म्यांमार सेना की कार्रवाई के दौरान दो बम भारत की सीमा में भी गिरे थे. 

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दरअसल, ब्रिटिश मीडिया ने चश्मदीद के हवाले से दावा किया था कि म्यांमार की सेना ने विद्रोही कैंप पर एयरस्ट्राइक की थी. इस दौरान दो बम भारत की सीमा में भी गिरे थे. हालांकि, इस दौरान किसी को चोट नहीं आई. हालांकि, इन खबरों को खारिज करते हुए भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा कि भारतीय सीमा में कोई ऑपरेशन या एक्शन नहीं हुआ. 

ब्रिटिश मीडिया द गार्जियन ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि म्यांमार की सेना ने चिन राज्य में कैंप विक्टोरिया पर बमबारी की थी. एक विद्रोही कमांडर ने भी इसकी पुष्टि की. रिपोर्ट में भारतीय राज्य मिजोरम के फरकावन गांव में दो स्थानीय लोगों के हवाले से बताया गया था कि दो बम भारत की सीमा में गिरे हैं, लेकिन इनमें कोई जख्मी नहीं हुआ. इतना ही नहीं म्यांमार की सेना की अन्य जगहों पर कार्रवाई से बांग्लादेश और थाईलैंड में भी तनाव की स्थिति रही. 

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कैंप विक्टोरिया एक सशस्त्र समूह है जो चिन नेशनल आर्मी के मुख्यालय के रूप में भी कार्य करता है. कैंप विक्टोरिया पीपुल्स डिफेंस फोर्स (PDF) के बैनर तले म्यांमार में लोकतंत्र को बहाल करने के लिए अन्य विद्रोही समूहों के साथ सेना से लड़ रहा है. इसका प्रशिक्षण शिविर भारतीय राज्य मिजोरम की सीमा से कुछ किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है.

भारत और म्यांमार के बीच टियाउ (Tiau) नदी को बॉर्डर के तौर पर माना जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब म्यांमार की सेना बॉर्डर के पास बमबारी कर रही थी, तो बम की आवाज सुनकर नदी के पास काम कर रहे ग्रामीण अपने घरों में भाग गए. 

म्यांमार में 1 फरवरी 2021 को सेना ने तख्तापलट कर सत्ता हासिल की थी. इसके बाद देश में इमरजेंसी लगा दी गई. इस दौरान म्यांमार की नेता आंग सान सू की और नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेशी के अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था. इसके बाद देशभर में लोकतंत्र बहाली की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ था. म्यांमार भारत का पड़ोसी देश है. भारत और म्यांमार 1,640 किमी लंबा बॉर्डर शेयर करते हैं. म्यांमार की सीमा भारत के नगालैंड और मणिपुर समेत नॉर्थ ईस्ट के कई राज्यों में मिलती है. 

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