पशु तस्करी मामले में फंसे TMC नेता अनुब्रत मंडल को कोर्ट से राहत नहीं मिली है. सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने अनुब्रत की 4 दिन की और कस्टडी बढ़ा दी है. अनुब्रत को अब 24 अगस्त को कोर्ट में पेश किया जाएगा. कोर्ट में अनुब्रत तबीयत खराब होने का हवाला देकर जमानत की गुहार लगाई थी.
बता दें कि पशु तस्करी मामले में सीबीआई ने अनुब्रत मंडल को 11 अगस्त को गिरफ्तार किया था. उसके बाद अनुब्रत को आसनसोल की सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 10 दिन की रिमांड पर भेजा गया था. अनुब्रत टीएमसी के बीरभूमि के जिलाध्यक्ष हैं. सीबीआई ने अनुब्रत पर सीमापार पशुओं के कथित अवैध व्यापार मामले में शिकंजा कसा है.
अनुब्रत ने जमानत देने की अपील की
शनिवार को अनुब्रत को स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया. यहां सीबीआई ने 4 दिन की रिमांड देने की मांग की. जबकि अनुब्रत के वकील ने तबीयत खराब होने का हवाला दिया और उनकी जमानत की मांग की. सीबीआई ने कहा कि अनुब्रत सबसे पावरफुल व्यक्ति हैं. ऐसे में अगर उन्हें जमानत दी गई तो इसका सीधा असर जांच पर पड़ेगा.
अनुब्रत ने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया
वहीं, अनुब्रत के वकील ने कहा कि अनुब्रत के स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर उन्हें जमानत दी जानी चाहिए. सीबीआई ने पशु तस्करी का जिक्र किया और कोर्ट में कहा है कि सहगल उसके और पशु तस्कर इमानुएल हक के बीच मध्यस्थ है.
सीबीआई कर रही मामले की जांच
सीबीआई ने इस संबंध में 4 लोगों के खिलाफ 21 सितंबर 2020 को केस दर्ज किया था. इसमें तब के बीएसएफ कमांडेंट का नाम भी शामिल था. मामले की जांच के लिए सीबीआई ने देशभर में आरोपियों के कई ठिकानों पर छापा मारा और कई आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया था. सीबीआई का आरोप है कि आरोपियों ने गलत तरीके से हासिल किए गए धन को वैध बनाने के लिए कई फर्जी कारोबारी गतिविधियों को दिखाया.
10 समन जारी हुए, लेकिन पेश नहीं हुए थे अनुब्रत
मामले में पूछताछ के लिए सीबीआई ने अनुब्रत मंडल को 10 समन जारी किए, लेकिन वे पेश नहीं हुए. इसके बाद सीबीआई ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था और गिरफ्तारी की अनुमति मांगी थी. दो दिन पहले ही सीबीआई ने अनुब्रत मंडल को तलब किया था, लेकिन वो नहीं पहुंचे. बुधवार को सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. अनुब्रत टीएमसी के कद्दावर नेता और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी माने जाते हैं.