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Nobel Peace Prize: नोबेल शांति पुरस्कार के लिए फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर और प्रतीक सिन्हा भी दावेदारों की लिस्ट में शामिल

नोबेल पुरस्कारों के ऐलान से पहले तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि किन संगठनों या व्यक्तियों का नाम इस रेस में सबसे आगे है. द टाइम मैगजीन ने नॉर्वे के सांसदों के जरिए सार्वजनिक किए गए नामांकन के आधार पर बुकमेकर की भविष्यवाणियों, पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (ओस्लो) द्वारा चुने नामों से संभावित विजेता की लिस्ट जारी की है.

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मोहम्मद जुबैर (फाइल फोटो)
मोहम्मद जुबैर (फाइल फोटो)

नॉर्वे के ओस्लो में 7 अक्टूबर को नोबेल पुरस्कारों का ऐलान होना है. इन नामों के ऐलान से पहले एक अनाधिकारिक संभावित विजेताओं की लिस्ट जारी हुई है. इसके मुताबिक, फैक्ट चेक करने वाली वेबसाइट ऑल्टन्यूज के सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा , मोहम्मद जुबैर और भारतीय लेखक हर्ष मंदर इस साल के नोबेल शांति पुरस्कार के संभावित विजेताओं में शामिल हैं. 

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दरअसल, नोबेल पुरस्कारों के ऐलान से पहले तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि किन संगठनों या व्यक्तियों का नाम इस रेस में सबसे आगे है. द टाइम मैगजीन ने नॉर्वे के सांसदों के जरिए सार्वजनिक किए गए नामांकन के आधार पर बुकमेकर की भविष्यवाणियों, पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (ओस्लो) द्वारा चुने नामों से संभावित विजेता की लिस्ट जारी की है. 

इस लिस्ट में प्रतीक सिन्हा और जुबैर के नाम शामिल हैं. द टाइम की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों ने सोशल मीडिया पर चल रहीं अफवाहों और फर्जी खबरों पर रोक और नफरती भाषण के प्रसार को रोकने की दिशा में बेहतरीन प्रयास किया है. 

दिल्ली पुलिस ने ट्वीट के जरिये धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में  जुबैर को 27 जून को गिरफ्तार किया था. द टाइम की रिपोर्ट के मुताबिक, जुबैर की गिरफ्तारी की दुनिया भर के पत्रकारों ने निंदा की थी. रिपोर्ट के मुताबिक, पत्रकारों का कहना था कि उन्होंने फैक्ट चेक को लेकर जो काम किए, उसकी वजह से उन पर वो कार्रवाई हुई. 

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संभावित विजेताओं की लिस्ट में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की का नाम भी शामिल है. इसके अलावा यूएन रिफ्यूजी एजेंसी, बेलारूस के विपक्षी राजनेता स्वियातलाना सिखानौस्काया, WHO, रूस के जेल में बंद विपक्षी नेता और भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता एलेक्सी नवलनी और स्वीडिश क्लाईमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग के नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं. 

द पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट, ओस्लो के निदेशक हेनरिक उरदल ने संभावित शांति पुरस्कार विजेताओं की अपनी सालाना संक्षिप्त सूची भी जारी की. उनकी सूची में हर्ष मंदर और 2017 में उनके द्वारा शुरू किया गया अभियान 'कारवां-ए-मोहब्बत' शामिल है. 

 

 

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