देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा रोजाना ट्रेनों में सफर करता है. भारतीय रेलवे अपने यात्रियों की यात्रा को सुखद और आरामदायक बनाने के लिए तमाम तरह के प्रयास करता रहता है. इसके बावजूद भी ट्रेनों में यात्रियों को कभी-कभी पानी के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. यात्रियों की समस्याओं का समाधान करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने अपने क्षेत्राधिकार वाले कई रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों में पानी भरने की प्रक्रिया को आधुनिक किया है.
पूर्वोत्तर रेलवे स्टेशनों पर क्विक वाटर सप्लाई सिस्टम यानी त्वरित जलापूर्ति प्रणाली शुरू कर दी गई है. जिसकी वजह से यहां से गुजरने वाली ट्रेनों के यात्रियों को ट्रेनों में पानी की किल्लत से निजात मिलेगी. साथ ही पानी भरने में समय कम लगेगा और ट्रेनों को स्टेशन पर कम ठहराव के बाद आगे के लिए रवाना किया जा सकेगा.
ट्रेनों में पानी को तत्काल भरने हेतु पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर जं, ऐशबाग, मऊ जं. तथा लालकुआं स्टेशनों पर त्वरित जल आपूर्ति लगाई गई है. इससे पूर्वोत्तर रेलवे के इन स्टेशनों पर अब ट्रेनो के कोचों में पानी भरने के लिए त्वरित जल आपूर्ति प्रणाली का उपयोग से पानी भरने में लगने वाले समय में कमी आई है. जिसके फलस्वरूप गोरखपुर स्टेशन पर बेहतर परिचालन प्रबंध हेतु वर्तमान समय-सारणी में कुछ ट्रेनों का ठहराव समय भी कम किया गया है.
इस नई व्यवस्था के अन्तर्गत डिब्बों में पानी की त्वरित आपूर्ति की मॉनिटरिंग कम्प्यूटर आधारित प्रणाली द्वारा की जाती है. कोचों में त्वरित पानी की आपूर्ति से यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल रही है.
पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा यात्री सुविधाओं का बराबर ध्यान रखा जा रहा है. इसके लिए नई तकनीक का प्रयोग भी किया जा रहा है. इसी क्रम में जोन के सभी स्टेशनों पर क्विक वाटर सप्लाई सिस्टम की शुरुआत की गई है.