scorecardresearch
 

नूपुर की हत्या के लिए PAK में बना प्लान, बॉर्डर पार करने के लिए रूट हुआ तैयार...कई सनसनीखेज खुलासे

BSF ने हाल ही में राजस्थान के गंगानगर में बॉर्डर इलाके से एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को गिरफ्तार किया था. घुसपैठिया पाकिस्तान से अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पार कर नूपुर शर्मा की हत्या करने आया था. उसे पाकिस्तान में बैठे आकाओं ने भेजा था. नूपुर शर्मा की हत्या के लिए भारत में घुसे रिजवान ने पूछताछ के दौरान सनसनीखेज खुलासा किए हैं. उसने कहा कि मौलवियों ने उसे भारत भेजा था.

Advertisement
X
नूपुर शर्मा फाइल फोटो
नूपुर शर्मा फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • आतंकी ने किए कई सनसनीखेज खुलासे
  • तारबंदी क्रॉस करने के लिए साथ लाया था टेस्टर

बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने हाल ही में राजस्थान के गंगानगर में बॉर्डर इलाके से एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को गिरफ्तार किया था. यह घुसपैठिया पाकिस्तान से अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पार कर नूपुर शर्मा की हत्या करने के लिए भारत में दाखिल हुआ था. 16 जुलाई को रात करीब 11 बजे हिंदूमलकोट बॉर्डर पोस्ट से पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में इस आतंकवादी ने कबूल किया कि वो पाकिस्तान के तहरीक-ए-लब्बैक से प्रभावित है. ये संगठन पैगंबर साहब का अपमान करने वालों को मृत्युदंड देने में फख्र महसूस करता है. आजतक ने जब इस मामले की पड़ताल की तो पाया कि लब्बैक के मुखिया ने एक महीने पहले नूपुर शर्मा को मारने की धमकी दी थी, जिसके बाद ये आतंकी भारत में पकड़ा गया.

Advertisement

तहरीक-ए-लब्बैक का मुखिया दे रहा धमकी
तहरीक-ए-लब्बैक का मुखिया साद हुसैन रिजवी का एक वीडियो आया है. जिसमें वह कह रहा है कि मोदी और उसके....ये गौर से सुन लें. तुम किसी गलत फहमी में हो एक खोती के लिए. उसको खोती कहना खोती की तौहीन है. तुम समझते हो उसके लिए वो एक गुस्ताख के साथ खड़े होगे मेरा.

आतंक की दुकान चलाने वाला 28 साल का साद हुसैन रिजवी यहीं नहीं रुकता. वो एक भविष्यवाणी करता है. दावा करता है कि पाकिस्तान से लब्बैक का एक आतंकवादी नूपुर शर्मा को मारने के लिए भारत आएगा. इस धमकी के एक महीने बाद पाकिस्तान का आतंकवादी भारत में दाखिल हुआ, लेकिन उसे पकड़ लिया गया. मंसूबे में कामयाब होने से पहले ही राजस्थान के गंगानगर में पकड़ा जाता है.

SP आनंद शर्मा ने बताया कि उसे वहां के मौलवियों ने बरगलाकर भेजा था. वह नूपुर शर्मा को कत्ल करने के लिए भारत आया था. तहरीक-ए-लब्बैक भले ही घोषित तौर पर एक आतंकवादी संगठन न हो लेकिन इसे चलाने वाले साद हुसैन रिजवी की जुबान और मानसिकता आतंकी है. रिजवान अशरफ नाम का पाकिस्तानी इस बात का जीता जागता सबूत है. जो सरहद पार करके हिंदु्स्तान में नूपुर शर्मा से बदला लेने के लिए आया था.

Advertisement

कैसे पहुंचा बॉर्डर तक
पकड़ा गया आतंकी पहले लाहौर आया फिर वो कसूर, पाकपत्तन, आरिफवाला, बहावलनगर, मिनचिनाबाद होता हुआ राजस्थान में भारत-पाक बॉर्डर पर श्रीगंगानगर जिले के हिंदूमलकोट बॉर्डर के पास आया. यहीं बॉर्डर पार करते समय इसे धर दबोचा गया. पाकिस्तान में 24 साल के रिजवान को जन्नत की हूरों का लालच देकर हिंदुस्तान जाकर नूपुर शर्मा से बदला लेने के लिए भेजा गया था. ये बातें एसपी आनंद शर्मा ने कहीं. 

आतंकी ने किए कई सनसनीखेज खुलासे
नूपुर शर्मा की हत्या के लिए भारत में घुसे रिजवान ने पूछताछ के दौरान सनसनीखेज खुलासा किए हैं. उसने कहा कि मौलवियों ने नूपुर की हत्या के लिए उसे भारत भेजा था. इसे लेकर पाकिस्तान के मंडी बहाउद्दीन में एक पंचायत हुई थी. मौलवियों ने नूपुर शर्मा का 'डेंथ वारंट' जारी किया था. उसे अजमेर पहुंचकर साजिश को अंजाम देने के लिए कहा गया था. इसकी मदद राजस्थान में एक्टिव स्लीपर सेल करता था. सीमा पार करने की फिराक में पकड़े गए रिजवान अशरफ जब अपने घर कूठीयाला शेख से निकला तब उसके पास एक मल्टीमीडिया मोबाइल, पर्स में 5000 रुपए और करंट चेक करने के लिए एक टेस्टर था.

तारबंदी क्रॉस करने के लिए साथ लाया था टेस्टर
हिंदूमलकोट सीमा से भारत में घुसने का उसे आकाओं ने पहले से ही प्लान तैयार करके दिया था, जिसके तहत रिजवान को बताया गया था कि रात में भारतीय सीमा पर लगी तारबंदी को क्रॉस करना पड़ेगा. ऐसे में रात के वक़्त लोहे की तारबंदी में करंट चेक करने के लिए उसने एक टेस्टर अपने पास रख लिया था, जिसे उसने खेतो में फेंक दिया. पुलिस की पूछताछ में रिजवान ने ये कुबूल किया कि वो अपने गांव में ही अपने पिता की बिजली की दुकान पर काम करता है. उसने 8वीं तक की पढ़ाई की है. रिजवान लब्बैक के संस्थापक का पक्का चेला है. खादिम हुसैन रिजवी की दरगाह पर गया था. सुरक्षा एजेंसियां इस बात की बॉर्डर के उस पार कोई गाइड कर रहा था.

Advertisement

उसी रात 8  और लोगों के एक समूह को पकड़ा गया
पुलिस के सूत्रों ने बताया की 16-17 जुलाई की देर रात को जहां से रिजवान को पकड़ा गया था उससे डेढ़ किलो मीटर दूर 8 लोगों के एक समूह को भी पकड़ा गया है, जो कुछ भेड़-बकरियों के साथ वहां मौजूद थे. अब जांच एजेंसिया ये पता लगाने में जुट गई हैं कि क्या ये लोग रिजवान को रिसीव करने आए थे ? क्या इनकी कोई बड़ी साजिश थी जिसको यह अंजाम देना चाहते थे ?
 


 

Advertisement
Advertisement