ओडिशा के बालासोर में ट्रिपल ट्रेन हादसे के बाद अब जाजपुर में एक दर्दनाक हादसा हुआ है. यहां मालगाड़ी की चपेट में आने से चार मजदूरों की मौत हो गई जबकि तीन की हालत गंभीर है. इन मजदूरों ने भारी बारिश से बचने के लिए मालगाड़ी के नीचे शरण ली थी लेकिन यह अचानक बिना किसी इंजन के चल पड़ी. इस वजह से मजदूरों को ट्रेन के नीचे से निकलने का मौका नहीं लगा.
रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि अचानक से आंधी चली थी. ये मजदूर रेलवे लाइन पर काम कर रहे थे, जहां मालगाड़ी खड़ी थी. बारिश से बचने के लिए मजदूर मालगाड़ी के नीचे छिप गए. दुर्भाग्य से मालगाड़ी में कोई इंजन नहीं था, जिस वजह से यह दुर्घटना हो गई. चार मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन घायल हो गए. हालांकि, जाजपुर के स्थानीय लोगों का दावा है कि दो और घायलों की मौत हो गई.
इस पूरे मामले पर महिला के पति ने कहा, मैं शर्मिंदा हूं. मैं चाहता हूं कि सभी लोग इस तरह की महिलाओं से दूर रहें. मैंने पुलिस में केस दर्ज करवा दिया है. मुझे इंसाफ चाहिए.
बता दें कि ओडिशा के बालासोर में 2 जून को ट्रेन हादसा हुआ था. इस हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हुई है. 1100 से ज्यादा घायल हुए. लेकिन ट्रेन में यात्रा कर रहे सैकड़ों लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने इस भीषण हादसे के बावजूद मौत को मात दी है. ऐसी ही कहानी 24 साल के विश्वजीत मलिक की है. विश्वजीत के पिता हेलाराम मलिक ने दिल दहला देने वाली इस घटना को साझा किया. उन्होंने बताया कि कैसे वे अपने बेटे के पास पहुंचे?
सीबीआई कर रही हादसे की जांच
हादसे की जांच सीबीआई कर रही है. सीबीआई की टीम ने मंगलवार को दो बार बालासोर में घटना स्थल और बहनागा रेलवे स्टेशन पहुंचकर जांच की. टीम ने मेन लाइन और लूप लाइन दोनों की जांच की. CBI के अधिकारी इस दौरान सिग्नल रूम भी गए. टीम के साथ रेलवे के अधिकारी भी मौजूद थे. टीम का पूरा फोकस हादसे के पीछे की वजह और गुनहगार की पड़ताल करने पर है. इस सिलसिले में टीम रेलवे सुरक्षा एक्सपर्ट से भी विचार-विमर्श कर सकती है. जांच के लिए बनाई गई टीम का नेतृत्व सीबीआई के संयुक्त निदेशक (विशेष अपराध) विप्लव कुमार चौधरी कर रहे हैं.