ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को भारी बारिश के कारण पैदा हुई बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने बैठक में बाढ़ प्रभावित प्रदेश के दस जिलों के कलेक्टर को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है. साथ ही जिला कलेक्टरों को सभी सरकारी अधिकारियों की सात दिनों तक छुट्टी को रद्द करने और प्रभावित जिलों में आवश्यकता अनुसार स्कूल व शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि हमारे लिए आगामी 48 घंटे महत्वपूर्ण हैं और हमारे लिए हर एक जीवन मूल्यवान है.
दरअसल, 13 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में कम दवाब का क्षेत्र के कारण ओड़िशा में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है. जिसके चलते प्रदेश के 10 जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. बाढ़ के कारण कई जिलों में नदियां उफान पर हैं. साथ ही प्रदेश के निचले स्तर के गांवों में बाढ़ का पानी आने से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
सीएम ने सभी जिला कलेक्टर को बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को पर्याप्त पका हुआ खाना और दवाइयां उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि हम सभी को जीरो Casuality के मूल मंत्र के साथ एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर कार्य करना है.
राहत बचाव कार्य में जुटी टीमें
इसके बाद ओडिशा राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने वरिष्ठ अधिकारियों एवं बाढ़ प्रभावित जिलों के जिलापाल से साथ समीक्षा बैठक की. पिछले कई से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण प्रदेश के पुरी, केंद्रापाड़ा, खुर्दा एवं जगतसिंहपुर जिलों में बाढ़ पैदा हुई है. बाढ़ की परिस्थितियों पर काबू पाने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए प्रदेश के कई जिलों में NDRF, ODRAF और अग्नि वाहक बल को तैनात किया गया है. प्रदेश के 6 जिलों में NDRF की 9 दलों को तैनात किया गया है. साथ ही 7 जिलों में 9 ODRAF की दलों एवं 9 जिलों में 44 अग्नि वाहक दलों की तैनाती की गई है.
18 से 20 अगस्त तक भारी बारिश का अनुमान
भारतीय मौसम विभाग के भुवनेश्वर के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में आगामी 19 अगस्त को एक दूसरा कम दवाब का क्षेत्र बनने की संभावना है. जिसके फलस्वारुप ओडिशा में 18 अगस्त से लेकर 20 अगस्त तक वज्रपात के साथ भारी बारिश होने की अनुमान है. 18 अगस्त को प्रदेश के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. जिसमें केंदुझर, मयूरभंज, बालेश्वर, भद्रक, केंद्रापाड़ा, जजपुर, जगतसिंहपुर, पुरी, कटक, सुंदरगढ़, कालाहांडी, कंधमाल, बलांगिर, बरगढ़, झासुगुरा और ढ़ेंकानाल जिलों का नाम शामिल है. इन सभी जिलों में 7-11 मिलीमीटर बारिश होने की संभावना है.
वहीं, 19 और 20 अगस्त को प्रदेश के कटक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, बरगढ़, बलांगीर एवं कंधमाल जिलों में अत्याधिक बारिश होने की संभावना है. इन जिलों में करीब 7-20 मीलिमीटर तक बारिश रिकोर्ड किया जा सकता है. साथ ही प्रदेश में लगातार भारी बारिश के कारण नदियों का जल स्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना है.