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ओडिशा के चार जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, पिछले एक हफ्ते से बरस रहा पानी

इस समय बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा के निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है, इसी वजह से मौसम विभाग ने ओडिशा के चार जिलों के लिए भारी बारिश का अनुमान लगाया है. इस तेज बारिश के केंद्र में नबरंगपुर, नुआपादा, बालांगिर, बारघ जैसे जिले रहने वाले हैं. अनुमान लगाया गया है कि समुद्र में ऊंची लहरे देखने को मिलेंगी और तेज हवाओं का दौर रहेगा.

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ओडिशा के चार जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
ओडिशा के चार जिलों में भारी बारिश की चेतावनी

ओडिशा में इस समय भारी बारिश का दौर जारी है. स्थिति इतनी विस्फोटक है कि पिछले एक हफ्ते से लगातार बारिश देखने को मिल रही है. कुछ जिलों में तो बाढ़ जैसे हालात पैदा होने लगे हैं. महानदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और आने वाले दिनों में तेज बारिश की वजह से स्थिति और ज्यादा विक्राल बन सकती है. अब इस बीच मौसम विभाग ने एक चेतावनी जारी कर दी है. अगस्त 18 और 19 को ओडिशा के चार जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. स्थिति को देखते हुए एक येलो एलर्ट भी जारी कर दिया गया है.

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40 से 50 प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं

इस समय बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा के निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है, इसी वजह से मौसम विभाग ने ओडिशा के चार जिलों के लिए भारी बारिश का अनुमान लगाया है. इस तेज बारिश के केंद्र में नबरंगपुर, नुआपादा, बालांगिर, बारघ जैसे जिले रहने वाले हैं. वैसे इस तेज बारिश का प्रकोप अगले 24 घंटे में दिखने लग जाएगा. अनुमान लगाया गया है कि समुद्र में ऊंची लहरे देखने को मिलेंगी और तेज हवाओं का दौर रहेगा. 40 से 50 प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और ओडिशा के तट से टकराएंगी. अभी के लिए प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है. हर तरह की स्थिति के लिए पहले से तैयारी की जा रही है. मछुआरों को भी कहा गया है कि वे कुछ दिन समुद्र के पास ना जाएं.

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नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा

चिंता का विषय इस समय ये भी है कि महानदी की सहायक नदियां जैसे लूना, करंदिया, चित्रोत्ताला में भी जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और क्योंकि बारिश अभी भी जारी है, ऐसे में आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा और ज्यादा बढ़ रहा है. इसी वजह से ओडिशा के मुख्य सचिव सुरेश महापात्रा ने बाढ़ की स्थिति पर एक समीक्षा बैठक बुलाई थी. उस बैठक में फैसला लिया गया कि हीराकुंड बांध जलाशय के आठ गेट बंद कर दिए जाएंगे.

Maa Bhattarika के मंदिर में धारा 144

इस सब के अलावा ये भी फैसला लिया गया है कि कुछ समय के लिए Maa Bhattarika के मंदिर में धारा 144 लगी रहेगी. असल में कटक में हुई भारी बारिश की वजह से मंदिर के आसपास के इलाकों में पानी का स्तर काफी ज्यादा बढ़ चुका है. पानी की लहरें इतनी ऊंची हैं, लोगों को भी मंदिर जाने से अभी के लिए रोका जा रहा है. वैसे ओडिशा के अलावा आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्य प्रदेश में भी तेज बारिश का दौर देखने को मिल सकता है.

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