ओडिशा की जेलों में बंद कैदियों को जल्द ही हर रविवार को देशभक्ति और प्रेरक फिल्में देखने का मौका मिलेगा. जेल महानिदेशक एसके उपाध्याय ने कहा कि कैदियों को 'ओडिशा मॉडल जेल मैनुअल-2020' के कार्यान्वयन के तहत सुविधाएं दी जा रही हैं. विशेष जेल के कैदियों को फिल्म देखने की सबसे पहले सुविधाएं मिलती थीं.
ओडिशा में कुल 91 जेल हैं, जहां वर्तमान में 8,000 कैदी बंद हैं. विशेष जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कैदियों के मनोरंजन के लिए 100 सीटिंग की क्षमता वाले एक कमरे में एक बड़ी स्क्रीन और एक साउंड सिस्टम के साथ एक प्रोजेक्टर लगाया गया है. इसके अलावा कैदियों की चिंता और तनाव को कम करने के लिए सुखदायक भक्ति और आध्यात्मिक गाने बजाए जाएंगे.
जेल अफसरों ने कहा कि कैदियों को तनाव मुक्त बनाने के लिए देशभक्ति और प्रेरक फिल्मों की हर रविवार को स्क्रीनिंग की जाएगी. अधिकारी ने कहा कि इसके अलावा स्वास्थ्य, मानव अधिकार, कानूनी सहायता और अन्य मुद्दों पर कैदियों को जागरूकता कार्यक्रम दिखाए जाएंगे. कई कैदी तनाव के कारण आत्महत्या कर लेते हैं, इस वजह से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सुझाव दिया कि जेल में सुखदायक संगीत बजाया जाए.
इस बीच भुवनेश्वर जेल में महिला परिक्षेत्र और जेल अस्पताल में दो वाटर प्यूरीफायर लगाए गए. साथ ही महिला के बाड़े में एक हल्दी पाउडर प्रसंस्करण इकाई स्थापित की गई, जहां से हल्दी पाउडर का उत्पादन किया जाएगा. जेल अधिकारियों ने कहा कि हल्दी पाउडर लोगों को बेचा जाएगा और महिला कैदी कुछ पैसे कमाएंगी.
इसके अलावा, सरसों के तेल और गेहूं के प्रसंस्करण के लिए दो इकाइयां मार्च, 2021 के अंत तक महिला बाड़े में खोली जाएंगी. इस्तेमाल किए गए नैपकिन को नष्ट करने के लिए महिला बाड़े में एक सैनिटरी नैपकिन इंसिनरेटर भी लगाया गया था. स्थानीय बाजार में फूल बेचने के लिए भुवनेश्वर विशेष जेल परिसर में लगभग 5,000 गेंदे के पौधे लगाए गए हैं.
जेल में उत्पादित मछली और खाद को बेचने की भी व्यवस्था की जा रही है. जेल में बने उत्पादों को बेचने के लिए शीघ्र ही विशेष जेल, भुवनेश्वर में एक बिक्री काउंटर का उद्घाटन किया जाएगा.