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Ola-Uber टैक्सी ड्राइवरों की हड़ताल का मिलाजुला असर, लेकिन कई यात्री हुए परेशान

ड्राइवरों का कहना था कि हम ये हड़ताल इसलिए कर रहे हैं ताकि कंपनी बेस फेयर बढ़ाए. अभी बेस फेयर करीब 30-35 रुपये के बीच है, इसके बाद 6-8 रुपये प्रति किलोमीटर चार्ज किया जाता है जो कि ऑटो रिक्शा से भी कम है. 

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टैक्सी ड्राइवरों ने की हड़ताल (सांकेतिक फोटो)
टैक्सी ड्राइवरों ने की हड़ताल (सांकेतिक फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ड्राइवरों ने की बेस फेयर बढ़ाने की मांग
  • बेस फेयर करीब 30-35 रुपये के बीच है

ओला-उबर टैक्सी ड्राइवरों ने सोमवार को हड़ताल की, जिसका मिलाजुला असर देखने को मिला. हालांकि इस दौरान कई यात्रियों को परेशानी भी हुई. ये हड़ताल बेस फेयर बढ़ाने को लेकर की गई थी. 

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ड्राइवरों का कहना था कि हम ये हड़ताल इसलिए कर रहे हैं ताकि कंपनी बेस फेयर बढ़ाए. अभी बेस फेयर करीब 30-35 रुपये के बीच है, इसके बाद 6-8 रुपये प्रति किलोमीटर चार्ज किया जाता है जो कि ऑटो रिक्शा से भी कम है.

उनका कहना था कि ये रेट बहुत कम है, इससे उनका खर्च भी नहीं निकल पाता है. अब गर्मियों के दौरान उन्हें AC भी चलाना पड़ रहा है, जिससे और घाटा हो रहा है. 

वहीं, दिल्ली में टैक्सी यूनियन ने अपनी हड़ताल को सफल बनाने के लिए सड़क पर चल रहे टैक्सी ड्राइवरों को भी रोका. इस दौरान हड़ताल करने वाले ड्राइवर उन्हें समझा रहे थे कि यह स्ट्राइक सभी टैक्सी ड्राइवरों के लिए है इसलिए इसमें सभी को साथ देने की जरूरत है.

यूनियन नेता संजीव कुमार ने कहा कि प्रति किलोमीटर किराया बढ़ाया जाना चाहिए क्योंकि टैक्सी ड्राइवर के ऊपर गाड़ी की मेंटेनेंस-पेट्रोल का खर्चा बढ़ता जा रहा है. ड्राइवरों के मांगें बिलकुल वाजिब हैं.

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