आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) के एक 37 साल के कर्मचारी ने अपने दो नाबालिग बेटों की हत्या कर खुदकुशी कर ली. पुलिस के अनुसार, पिता ने यह कदम बच्चों के खराब रिजल्ट से निराश होकर उठाया.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक घटना शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे की बताई जा रही है. आरोपी पिता वी. चंद्र किशोर ने अपने दोनों बेटों को पानी की बाल्टी में डुबोकर उनकी हत्या कर दी. इसके बाद उन्होंने अपने बेडरूम में फांसी लगाकर जान दे दी.
पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें शुरुआती जांच के अनुसार, किशोर ने लिखा कि वह अपने बेटों के पढ़ाई में कमजोर प्रदर्शन से चिंतित था और डर था कि वो भविष्य में प्रतिस्पर्धा का सामना नहीं कर पाएंगे. इस चिंता में उसने यह भयावह कदम उठाया.
मृतकों की पहचान आठ साल के हर्षवर्धन और पांच साल के विवेक के रूप में हुई है. किशोर की पत्नी रानी ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि जब वह घर लौटी तो उसने अपने पति को फांसी के फंदे से लटका पाया और दोनों बच्चों को बाल्टी में अचेत अवस्था में देखा.
पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहन जांच की जा रही है. फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर जांच कर रही है. इस घटना से पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है, और समाज में बच्चों पर पढ़ाई का अत्यधिक दबाव डालने को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है.