
दिल्ली में पिछले एक महीने से प्याज की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. इन दिनों खुदरा बाजार में प्याज 60 रुपये किलो तक मिल रही है. ऐसा आखिर क्यों हुआ है और कब तक भाव में यह तेजी बरकरार रहेगी. गाजीपुर मंडी में इस वक्त प्याज की कीमत 20 से लेकर 40 प्रति किलो तक चल रही है. ताजा प्याज की आवक राजस्थान से शुरू तो हो गई है लेकिन वह फिलहाल काफी कम है. इसीलिए कीमतों पर असर फिलहाल नहीं दिखाई पड़ रहा है.
गाजीपुर मंडी में प्याज के सबसे बड़े कारोबारियों में से एक ईश्वर चंद्र पांडे बताते हैं, "आज से ही राजस्थान के सीकर से प्याज आना शुरू हुआ है. इस कच्चा प्याज के आने से दाम पर कुछ असर तो पड़ेगा लेकिन ऐसी प्याज के खरीदार कुछ खास लोग ही होते हैं."
वहीं आजादपुर मंडी में प्याज के कारोबारी राजेंद्र शर्मा ने बताया, "अभी हमारी मंडी में प्याज 20 से लेकर 40 रुपये किलो तक बिक रहा है. पिछले दिनों यही दाम 50 रुपये किलो तक चले गए थे. खुदरा बाजार में कुछ तेजी है लेकिन अब थोक बाजारों में मंदी देखी जा रही है."
जहां कुछ कारोबारी यह संभावना जता रहे हैं कि फिलहाल जो तेजी है वह बस कुछ दिनों के लिए आई है और अगले एक हफ्ते में प्याज की कीमतों में नरमी देखी जा सकती है. वहीं कई यह मानते हैं कि अभी नरमी के लिए थोड़ा लंबा इंतजार करना पड़ेगा और दामों में उछाल जारी रहेगा. यह उछाल लगभग 1 महीने तक जारी रह सकती है.
सूरत से आने वाले प्याज का कारोबार करने वाले वेद प्रकाश बताते हैं, "फिलहाल गुजरात और महाराष्ट्र से आने वाला प्याज पूरी तरह से बंद है क्योंकि जनवरी में वहां बारिश हो गई थी. इसीलिए फसल खराब हो गई. गुजरात के भावनगर से थोड़ा बहुत प्यार आ रहा है लेकिन वह दिल्ली की जरूरतों के हिसाब से नाकाफी है."
खुदरा कारोबार करने वाले कारोबारी भी प्याज की तेज कीमतों को लेकर चिंतित हैं. सब्जी की रेहड़ी लगाने वाले शिव दयाल ने बताया, "हमने पिछले दिनों प्याज 50 रुपये किलो या उससे अधिक कीमत पर भी खरीदा है. थोक बाजार से खुदरा बाजार तक ले जाते हुए प्याज में कई तरीके की खराबी भी आती है. 50 रुपये प्रति किलो का प्याज हमारे लिए 52 से 53 रुपये प्रति किलो का बैठता है. और यही वजह है कि हम उसे 60 रुपये किलो तक बेचते हैं."
दिल्ली के कोंडली से आने वाले विजय आनंद का भी कुछ यही मानना है कि बढ़ी हुई कीमतों की वजह से उनके खुदरा कारोबार पर असर पड़ा है. लोग इन दिनों प्याज को कम खरीद रहे हैं क्योंकि कीमत 60 रुपये किलो के आसपास तक पहुंच गई है. लेकिन जानकार मानते हैं कि अगले एक हफ्ते से 15 दिन के भीतर नई फसल आनी शुरू हो जाएगी. खास तौर पर गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से आने वाली फसल के बाद कीमतों में कमी दर्ज की जायेगी.