scorecardresearch
 

तवांग मुद्दे पर संसद में चर्चा क्यों नहीं? खड़गे संग 17 विपक्षी दलों ने की मीटिंग

राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के रूम में विपक्षी दलों के नेताओं ने मीटिंग की. इस दौरान सरकार को तवांग मुद्दे पर घेरने के लिए रणनीति बनाई गई. इस मीटिंग में कांग्रेस, डीएमके, एसपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत 17 दलों के नेता मौजूद रहे.

Advertisement
X
मल्लिकार्जुन खड़गे के रूम में विपक्षी दलों की मीटिंग (फोटो- एएनआई)
मल्लिकार्जुन खड़गे के रूम में विपक्षी दलों की मीटिंग (फोटो- एएनआई)

संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी दलों की मीटिंग बुलाई. इस मीटिंग में डीएमके, एसपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, शिवसेना, कांग्रेस, सीपीएम, सीपीआई, जेडीयू समेत करीब 17 दलों के नेता मौजूद रहे. 

Advertisement

विपक्षी नेताओं की मीटिंग राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में हुई. इस मीटिंग में विपक्षी दल संसद के दोनों सदनों में चीन विवाद पर सरकार को घेरने की स्ट्रैटजी बनाई. मीटिंग में कांग्रेस, डीएमके, एसपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, शिवसेना, कांग्रेस, सीपीएम, सीपीआई, जेडीयू, वीसीके, मुस्लिम लीग, केरल कांग्रेस, एआईडीयूएफ, एनसीपी, एमडीएमके, आरएलडी के नेता शामिल हुए. विपक्ष सदन में भारत-चीन क्लैश पर चर्चा चाहता है. 

राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा

मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में इंडिया-चीन झड़प का मामला उठाया. खड़गे ने कहा कि हमने कल और आज भी प्रस्ताव दिया था कि हम चीनी घुसपैठ पर विस्तृत चर्चा चाहते हैं. ऐसी बहुत सी जानकारी हैं जो रक्षा मंत्री ने हमें नहीं दीं. चीन सीमा पर सीमा पर पुल और मकान बन रहे हैं. सदन में नेता विपक्ष को रोकने के बाद विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा किया.
बता दें कि मंगलवार को सदन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चीन के आक्रमक रवैये को लेकर सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि सरकार मूकदर्शक बनकर रह गई है. उसकी तरफ से लगातार जमीनी हकीकत की अनदेखी की जा रही है. खड़गे ने अपने बयान में इस बात पर भी जोर दिया था कि चीन ने डेपसांग वाले इलाके में भी घुसपैठ करने की कोशिश की. वैसे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ कर दिया था कि चीनी सैनिकों की साजिश को जमीन पर नाकाम कर दिया गया था. 

Advertisement

चीन की हरकत पर रक्षा मंत्री का बयान 

उन्होंने बताया था कि 09 दिसंबर 2022 को PLA सैनिकों ने अरुणाचल के तवांग सेक्टर के यांग्त्से में एलएसी पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा बदलने का प्रयास किया.  चीन के इस प्रयास का हमारी सेना ने दृढ़ता के साथ सामना किया. इस दौरान दोनों पक्ष आमने सामने आ गए. हाथापाई भी हुई. इस झड़प में दोनों ओर के कुछ सैनिकों को चोटें आईं. लेकिन मैं सदन को बताना चाहता हूं कि झड़प में हमारे किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ. 

 

Advertisement
Advertisement