फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट से हटने के बाद अब पाकिस्तान फिर बेलगाम होता दिख रहा है. इस लिस्ट से रियायत मिलते ही अब भारत के पड़ोसी मुल्क ने आतंकी गतिविधियां तेज कर दी हैं. एक खुफिया रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि FATF की ग्रे लिस्ट से हटने के बाद पाकिस्तान ने फिर POK में आतंकी गतिविधियां तेज कर दी हैं.
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान की इस चाल को डिकोड कर लिया है. सुरक्षा एजेंसियों की हाल ही में दिल्ली में एक बड़ी बैठक हुई है. उस बैठक में पाकिस्तान की नई चाल और POK में बढ़ रहे आतंकी कैम्प और टेरर लांच पैड को लेकर चर्चा की गई. सूत्रों के मुताबिक पाक अधिकृत कश्मीर में स्थित टेरर कैंपों से आतंकियों के कई ग्रुप को लाइन आफ कंट्रोल और इंटरनेशनल बॉर्डर की तरफ मूवमेंट किये जाने के निर्देश आतंक के आकाओं की तरफ से दिये गए हैं.
सुरक्षा महकमे के एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू कश्मीर में सर्दियों से पहले पाकिस्तान की आईएसआई बड़ी संख्या में आतंकियों को भारतीय सीमा में दाखिल कराने की साजिश में जुटी हुई है. सुरक्षा बलों ने गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसके मुताबिक जब से पाकिस्तान Financial Action Task Force (FATF) की ग्रे लिस्ट से बाहर निकला है, उसके बाद से पीओके के टेरर कैंपों की संख्या मे बड़ा इजाफा हुआ है.
जानकारी के मुताबिक इस वक्त पाकिस्तान पीओके में 300 टेरर कैंप चला रहा है. इसमें आतंकी कमांडरों को पूरा सहयोग पाक आर्मी और ISI कर रही है. इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि LOC पर 24 से ज्यादा लांच पैड पर आतंकी इकट्ठा किए गए हैं. खुफिया सूत्रों के हवाले से आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक POK में आतंकी ट्रेनिंग कैंप और लॉन्च पैड की संख्या दो गुनी हुई है.
इतना ही नहीं पाकिस्तान में जो वर्तमान हालात चल रहे है. इसके बीच POK के 24 लांच पैड पर अचानक आतंकियों की संख्या भी कई गुना बढ़ गई है. लांच पैड पर पाकिस्तानी आर्मी और ISI की मदद से आतंकी लाये जा रहे हैं. केरन, गुरेज और माछल सेक्टर में पिछले कुछ सप्ताह में 117 की संख्या में आतंकी पहुंचे हैं.
खुफिया सूत्र के मुताबिक जम्मू कश्मीर के गुरेज सेक्टर में सीमा पार POK के 3 लॉन्च पैड्स(Losar complex, Sonar, Sardari) के जरिये 32 आतंकियों को इकट्ठा किया गया है. इन इलाकों से आतंकी 3 रास्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं.
सूत्रों ने आजतक को एक्सक्लूसिव जानकारी दी है कि आतंकी जिन रास्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं, उसमें नौशेरा, गोविंद नाला, परिबल फॉरेस्ट, जैसे आतंकी रुट शामिल हैं. यही नहीं माछिल सेक्टर के सरदारी केल और तेजिन के लॉन्च पैड्स पर 40 के आसपास आतंकी मौजूद हैं. माछिल सेक्टर में जो आतंकी रास्ते हैं, उसकी विस्तृत जानकारी आजतक के पास मौजूद हैं.
जानकारी के मुताबिक 46 आतंकी रिंग पेन, कुमकारी गली के रास्ते से होते हुए कुपवाड़ा में घुसने की फिराक में हैं. जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर के उस पार पाक अधिकृत कश्मीर में 41 लश्कर और जैश के आतंकी मौजूद होने की बात भी सामने आई है. भारतीय खुफिया एजेंसियों ने रिपोर्ट सुरक्षा एजेंसियों को शेयर की है. केरन सेक्टर के सामने दुधनियाल, अठमुगम लॉन्च पैड पर आतंकी मौजूद हैं.
खुफिया रिपोर्ट से ये भी पता चला है कि जम्मू कश्मीर में विदेशी आतंकवादियों की संख्या इस साल 2022 में बढ़ी है. जबकि स्थानीय आतंकवादियों की संख्या में काफी गिरावट आई है. जम्मू-कश्मीर में इस साल अक्तूबर तक 176 आतंकी मारे गए हैं. इनमें 50 विदेशी आतंकी, जबकि 126 लोकल आतंकी शामिल हैं. सक्रिय आतंकियों की बात करें तो अभी कुल 134 आतंकी जम्मू-कश्मीर में मौजूद हैं. इनमें 83 विदेशी और 51 लोकल आतंकी हैं. विदेशी आतंकवादियों की इतनी बड़ी तादाद ने भारतीय सुरक्षा बलों की चिंता बढ़ा दी है. यही वजह है कि इस वक्त इन आतंकियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.