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सरहद पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई हमेशा से भारत के खिलाफ साजिश रचती रहती है. इन सब साजिशों के बीच डीजी बीएसएफ पंकज कुमार सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान के मंसूबे ठीक नहीं हैं. अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद पाकिस्तान तालिबान के नाम पर जेहादी ताकतों को भारत के खिलाफ भड़का सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में जो हथियार तालिबान ने लूटे हैं, उनका भी इस्तेमाल पाकिस्तान कर सकता है. हमें अलर्ट रहने की ज़रूरत है. बीएसएफ हर एक मोर्चे पर तैयार है.
इससे पहले आपको 'आजतक' ने यह जानकारी दी थी कि पाकिस्तान कैसे तालिबान के लूटे हथियारों को इस्तेमाल भारत के खिलाफ कर सकता है. ख़ुफ़िया सूत्रों के मुताबिक, अफगान फोर्सेज़ से तालिबान ने कब्ज़े में लिए हथियारों के ट्रक्स वापस पाकिस्तान जाते देखे गए थे. उस समय भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियों ने ये आशंका जताई थी कि इन हथियारों का इस्तेमाल भारत के खिलाफ हो सकता है.
हथियार वापस पाकिस्तान पहुंचे
सूत्रों के मुताबिक, 16 अगस्त के बाद से सैकड़ों की संख्या में हथियारों से भरी गाड़ियों को अफगानिस्तान-पाकिस्तान की सीमा पर पाकिस्तानी चेक पोस्ट को क्रॉस कर पाकिस्तान की ओर जाते देखा गया था. माना जा रहा है कि तालिबान का अफगानिस्तान पर पूरी तरह कब्जा हो जाने के बाद अब आईएसआई का मिशन अफगानिस्तान पूरा हो चुका है और यही वजह है कि जिन हथियारों की पाकिस्तान की तरफ से तालिबान की मदद के लिए इस्तेमाल किया गया था, उनको वापस पाकिस्तान पहुंचाया गया.
ISI की मदद
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने पहले भी इस बात की आशंका जताई थी कि तालिबान को पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI मदद कर रही है और अफगानी सुरक्षा बलों पर उन्हें हमले के लिए तैयार किया जा रहा है. यही नहीं, पाकिस्तान से जैश और लश्कर के 8000 से भी ज्यादा आतंकियों की मूवमेंट अफगानिस्तान की तरफ जाते देखी गई थी ,जो तालिबान के साथ मिलकर अफगानी सुरक्षा बलों पर हमले कर रहे थे.
'मेड इन अमेरिका' के हाईटेक हथियार
सुरक्षा जानकार इस बात को लेकर के परेशान हैं कि मेड इन अमेरिका के यह हाईटेक हथियार कहीं दुनिया के लिए ख़तरा न बन जाएं. सबसे ज्यादा चिंता इस बात को भी लेकर कही जा रही है कि आईएसआई इन हथियारों का इस्तेमाल कश्मीर में आतंक परस्त आतंकियों तक न मुहैया करा दे. जो आशंका दुनियाभर के सुरक्षा जानकर जता रहे थे, वहीं आशंका अब बीएसएफ के डीजी भी जता रहे हैं.
आतंकियों के पास से मिले अमेरिकन मेड हथियार
आपको बता दें पिछले कुछ सालों में जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों के हाथों मारे गए कुछ आतंकियों के पास से अमेरिकन मेड हथियार बरामद हो चुके हैं. सुरक्षा एजेंसियों ने पहले इस बात की आशंका जाहिर की थी कि यह हथियार अफगानिस्तान से कश्मीर में सक्रिय आतंकियों तक पहुंचाए जा रहे हैं. अब ऐसे में जब हजारों की संख्या में अमेरिकन असॉल्ट राइफल, ग्रेनेड और कई सर्विलांस सिस्टम तालिबान के हाथ लग चुके हैं और भारत के खिलाफ इन इस्तेमाल का खतरा बना हुआ है. सुरक्षा एजेंसियां सरहद पर सतर्क हैं और लगातार पाकिस्तान के आतंकी इरादों पर नजर बनाए हुए हैं.