पद्म विभूषण और मशहूर सितार वादक पंडित शिवकुमार शर्मा का आज मुंबई के पवन हंस श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार होगा. उनका मंगलवार को 83 साल की उम्र में निधन हो गया था.
पंडित शिवकुमार शर्मा के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर रखा गया. अभिनेता अमिताभ बच्चन, उनकी पत्नी जया बच्चन ने पंडित शिवकुमार शर्मा को उनके घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी. इसके अलावा अन्य लोग भी उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे. दोपहर 2.30 बजे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा.
Maharashtra | Amitabh Bachchan and Jaya Bachchan pay their last respects to eminent Santoor player Pandit Shivkumar Sharma at his residence in Mumbai. He passed away yesterday pic.twitter.com/37KeSQ2uro
— ANI (@ANI) May 11, 2022
पंडित शिवकुमार शर्मा का बुधवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया था. वे भारत के जाने-माने शास्त्रीय संगीतकारों में से एक थे, जिन्होंने फिल्मों में भी संगीत दिया था. पंडित शिवकुमार शर्मा को 1986 में संगीत नाटक अकेडमी अवार्ड मिला था. उन्हें 1991 में पद्म श्री, 2001 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया था.
अगले हफ्ते भोपाल में कार्यक्रम में लेना था हिस्सा
पंडित शिवकुमार शर्मा अपने आखिरी समय तक एक्टिव थे. उन्हें अगले हफ्ते भोपाल में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेना था. हालांकि, वे गुर्दे की समस्या से जूझ रहे थे. एजेंसी के मुताबिक, परिवारिक सूत्रों ने बताया कि उन्हें मंगलवार को सुबह के वक्त हार्ट अटैक पड़ा. पंडित शिवकुमार शर्मा ने पाली हिल्स स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पंडित शिवकुमार शर्मा के निधन पर दुख जताया. उनके ऑफिस की ओर से जानकारी दी गई कि पंडित शिव कुमार शर्मा का अंतिम संस्कार बुधवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा.
पीएम मोदी-राष्ट्रपति कोविंद ने जताया दुख
पीएम मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पंडित शिव कुमार शर्मा के निधन पर शोक जताया. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, पंडित शिवकुमार शर्मा जी के निधन से हमारे सांस्कृतिक जगत की क्षति हुई है. उन्होंने वैश्विक स्तर पर संतूर को लोकप्रिय बनाया. उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों को प्रोत्साहित करता रहेगा. उनके साथ हुई बातचीत मुझे याद है. उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं. ओम शांति.
वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, पंडित शिवकुमार शर्मा ने जम्मू कश्मीर के पारंपरिक वाद्य यंत्र संतूर को लोकप्रिय बनाया. यह जानकर बेहद दुखी हूं कि अब उनका संतूर शांत हो गया, उनके परिवार, परिजनों एवं प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं.