पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के साथ हुई रेप की घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी सरकार घिरी हुई हैं. बिहार के पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव अब ममता बनर्जी के बचाव में उतर आए हैं. पप्पू यादव ने कहा कि केंद्र को बेटी पर ही राजनीति करनी है, बंगाल में राजनीति करनी है. उन्होंने नाम लिए बगैर बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र उत्तराखंड, बिहार में रेप की घटनाओं पर जवाब दे ना. उत्तर प्रदेश के बृजभूषण पर, राम रहीम, आसाराम और बाबाओं पर जवाब दे ना.
पप्पू यादव ने कहा कि ये लोग बृजभूषण और राम रहीम पर जवाब क्यों नहीं देते. उन्होंने कहा कि जब आप सियासत के लिए बलात्कारी को निकालिएगा, तब आप किस मुंह से उम्मीद करते हैं कि रेप की घटनाएं रुकें. निर्भया कांड के बाद देश में रेप की घटनाएं 33 फीसदी बढ़ी हैं. पप्पू यादव ने कहा कि बेटी को भी आप डॉक्टर या किसी और नजरिये से देखेंगे. पश्चिम बंगाल सरकार का बचाव करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि सीबीआई जांच हो गई, गिरफ्तारी हो गई, बेटी के सवाल पर ममता बनर्जी खुद सड़कों पर हैं. फिर राजनीति कैसी और केंद्र कौन सी सुरक्षा की बात करता है?
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उन्होंने कहा कि आप आम आदमी की बेटी को सुरक्षा दे नहीं पाते हैं. आम आदमी की, गरीब की बेटी के साथ रेप होता है तब ये हड़ताल देश में क्यों नहीं होती. तब क्यों नहीं बोलते हैं ये. पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में चार रेप हुए. उत्तराखंड में नर्सेज के साथ रेप हुआ. बिहार में इससे वीभत्स घटना तो नहीं घटी. एक भी नेता नहीं गए. उन्होंने कहा कि जो बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट कहते हैं, हमारे मांझी जी हैं, एक भी दलित नेता नहीं गए. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता कहते हैं कि नीतीश कुमार. नीतीश कुमार या ममता बनर्जी क्या कर लेंगे. शासन-प्रशासन दोषी हो जाए और उसमें आप सीधा मुख्यमंत्री को गाली देते रहें, आप घर में क्यों सोए हुए हैं?
मोतिहारी-मधुबनी क्यों नहीं गए
पप्पू यादव ने कहा कि मोतिहारी-मधुबनी क्यों नहीं गए. सत्तापक्ष के लोग इसलिए नहीं गए क्योंकि उन्हें बंगाल में राजनीति करनी है. रेपिस्ट जाति नहीं होते. रेपिस्ट-मर्डरर कोई भी हो, उसे फांसी मिलनी चाहिए. उन्होंने सवाल उठाया कि मधुबनी और मोतिहारी के रेप में कौन है. बेटी जाति नहीं हो सकती. कोई दलित-यादव-राजपूत-भूमिहार नहीं होगा. पप्पू यादव ने डॉक्टर्स की हड़ताल के दौरान 12 मौतों का सवाल उठाते हुए कहा कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है? डॉक्टर तोड़फोड़ करें तो कोई कार्रवाई नहीं. ये डॉक्टर अमानवीय कृत्य करते हैं. इनको दुनिया ने गलत तरीके भगवान का दर्जा दिया है.
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उन्होंने डॉक्टर्स को घेरते हुए कहा कि ये इंसान हैं और इन्हें इंसानियता पता नहीं है, मेडिकल काउंसिल के नियमों का पता नहीं है. पप्पू यादव ने रेप के दोषियों को एक महीने के अंदर स्पीडी ट्रायल कराकर फांसी देने की मांग की और सवालिया अंदाज में कहा कि करेंगे? और इसके बाद कोई रेप नहीं होगा, इसकी गारंटी केंद्र लेगा, डॉक्टर लेंगे? ये अमानवीय है और डॉक्टर अपने इगो के कारण आम लोगों की जान ले रहे हैं.