संसद का बजट सत्र चल रहा है. संसद के बजट सत्र के दौरान शुरुआती दो दिन के बाद तीसरे दिन से सदन की कार्यवाही नहीं चल पा रही है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट, अडानी ग्रुप में एलआईसी और स्टेट बैंक के निवेश, चीन के साथ सीमा पर ताजा हालात को लेकर चर्चा की मांग करते हुए विपक्षी दलों के सांसद सदन में लगातार हंगामा कर रहे हैं. वहीं, सरकार बैकफुट पर नजर आ रही है.
लोकसभा और राज्यसभा, संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही को हंगामे के बीच स्थगित करना पड़ा. दरअसल, संसद की कार्यवाही शुरू जैसे ही शुरू हुई, विपक्षी दलों के सांसद नारेबाजी करने लगे. विपक्ष के सांसदों ने हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को लेकर लगातार दूसरे दिन संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया और इस दौरान 'वी वांट जेपीसी' और 'देश की लूट बंद करो' के नारे भी लगे.
लोकसभा के स्पीकर ने हंगामे और नारेबाजी के बीच प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू भी करा दी. मंदसौर के सांसद ने एम्स और स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सवाल भी किए जिसका स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने जवाब भी दिया लेकिन विपक्षी सांसद इस दौरान भी लगातार नारेबाजी करते रहे. लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पहले अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होने देने की विपक्षी सांसदों से अपील भी.
स्पीकर ने ये भी कहा कि आपकी ओर से उठाए जाने वाले विषयों पर नियमानुसार चर्चा होगी लेकिन विपक्ष के सांसद लगातार नारेबाजी करते रहे. अंत में लोकसभा स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करने का ऐलान कर दिया. कुछ ऐसा ही नजारा उच्च सदन राज्यसभा में भी देखने को मिला.
राज्यसभा में भी सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों के सांसदों ने हंगामा कर दिया. हंगामे और नारेबाजी के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजकर 30 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी गई. गौरतलब है कि संसद के चालू बजट सत्र में विपक्ष आक्रामक नजर आ रहा है. संसद की कार्यवाही शुरुआती दो दिन के बाद नहीं चल सकी है.
क्या है विपक्ष की मांग
विपक्षी दलों के सांसद संसद में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट और इसमें अडानी ग्रुप पर लगाए गए आरोप पर चर्चा, इसकी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने और एलआईसी, स्टेट बैंक में जमा लोगों के पैसे की सुरक्षा को लेकर सरकार की ओर से उठाए गए कदमों को लेकर वित्त मंत्री की ओर से जवाब की मांग कर रहे हैं.
एक दिन पहले भी संसद में हंगामे के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पर चर्चा की मांग करते हुए कहा कि गौतम अडानी को जेपीसी के सामने पेश किया जाए. उन्होंने आज भी सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी जिसमें संसद के भीतर विपक्ष की रणनीति पर मंथन किया गया.