Parliament Budget 2024 Session Live: संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है. यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट सत्र है. सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बाहर बयान दिया. उसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दोनों सदनों को संबोधित किया और सरकार के कामों को संसद को बताया. उसके बाद बीजेपी सरकार संसद में इकोनॉमिक सर्वे की रिपोर्ट पेश करेगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को देश का बजट पेश करेंगी.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर दोनों सदनों में 2 फरवरी से चर्चा शुरू होगी. पीएम मोदी 7 फरवरी को दोपहर 2 बजे राज्यसभा में चर्चा का जवाब देंगे. (इनपुट- हिमांशु मिश्रा)
सभ्यताओं के कालखंड में ऐसे पड़ाव आते हैं, जो सदियों का भविष्य तय करते हैं. भारत के इतिहास में भी ऐसे अनेक पड़ाव आए हैं. इस वर्ष 22 जनवरी को भी देश ऐसे ही एक पड़ाव का साक्षी बना है. सदियों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए हैं. ये करोड़ों देशवासियों की आस्था है. सदन में सांसदों ने जय श्री राम के नारे लगाए और मेजें थपथपाकर स्वागत किया.
राष्ट्रपति ने कहा, विश्व में आज ऐसे उत्पादों की विशेष मांग है, जो पर्यावरण के अनुकूल हों. इसलिए मेरी सरकार zero effect zero defect पर बल दे रही है. आज ग्रीन एनर्जी पर हमारा बहुत फोकस है. 100 वर्षों में non-fossil fuel पर आधारित ऊर्जा क्षमता 81 गीगावॉट से बढ़कर 188 गीगावॉट हो गई है. बीते कुछ सालों में देश में लाखों इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण हुआ है. अब तो बड़े हवाई जहाल की मैन्युफैक्चरिंग के लिए कदम आगे बढ़ा चुके हैं. मेड इन इंडिया ग्लोबल ब्रांड बन गया है. आत्मनिर्भर भारत के महत्व को समझ रही है. आज दुनियाभर की कंपनियां भारत में नए सेक्टर्स को लेकर उत्साहित हैं. आतंकवाद हो या विस्तारवाद, हमारी सेनाएं आज 'जैसे को तैसा' की नीति के साथ जवाब दे रही हैं. जम्मू कश्मीर में आज सुरक्षा का वातावरण है. आज वहां हड़ताल का सन्नाटा नहीं, भीड़ भरे बाजार की चहल-पहल है. नॉर्थ-ईस्ट में अलगाववाद की घटनाओं में भारी कमी आई है.
खेती को अधिक लाभकारी बनाने पर जोर दिया जा रहा है. पीएम-किसान सम्मान निधि के तहत अब तक 2 लाख 80 हजार करोड़ रुपए किसानों को मिल चुके हैं. 10 सालों में किसानों के लिए बैंक से आसान लोन में तीन गुना वृद्धि की गई है. आज करीब 10 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ चकी हैं. नमो ड्रोन दीदी योजना में समूहों को 15 हजार ड्रोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
मेडिकल में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए ओबीसी के केंद्रीय कोटे के तहत दाखिले में 27 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित किया है. राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया है. 11 करोड़ शौचालयों के निर्माण और खुले में शौच बंद होने से अनेक बीमारियों की रोकथाम हुई है. इससे शहरी क्षेत्र के हर गरीब परिवार को इलाज पर प्रति वर्ष 60 हजार रुपए तक की बचत हो रही है. पाइप से शुद्ध पेयजल मिलने से भी प्रतिवर्ष लाखों बच्चों की जान बच रही है.
आदिवासियों के गांवों तक इंटरनेट पहुंचा रहे हैं. हमने सरकार के कर्तव्यों पर भी बल दिया है. हमारी सीमाओं से सटे गांवों को देश का अंतिम गांव माना जाता था. मेरी सरकार ने इन्हें देश का पहला गांव बनाया. इन गांवों के विकास के लिए वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम शुरू किया है. ऐसे क्षेत्रों को भी पहली बार विकास से जोड़ा है, जो दशकों तक उपेक्षित रहे हैं.
मेरी सरकार, मानव केंद्रित विकास पर बल दे रही है. हमारे लिए हर नागरिक की गरिमा सर्वोपरि है. यही सामाजिक न्याय की हमारी अवधारणा है. भारत के संविधान के हर अनुच्छेद का संदेश यही है. मेरी सरकार ने पहली बार जनजातियों में भी सबसे पिछड़ी जनजातियों की सुध ली है. उनके लिए करीब 24 हजार करोड़ की पीएम जनमन योजना बनाई है. दिव्यांगजन के लिए भी मेरी सरकार ने सुगम्य भारत अभियान चलाया. साथ ही भारतीय सांस्कृतिक भाषा में पाठय पुस्तकें उपलब्ध कराई हैं. ट्रांसजेंडर को समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने और उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए भी कानून बनाया है. हमारी सरकार ने पहली बार सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण की सुविधा दी है.
राष्ट्रपति का कहना था कि सरकार ने उज्ज्वला योजना पर 2.5 लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं. गरीबों को सस्ता राशन देने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं. आयुष्मान योजना से मुफ्त इलाज दिया जा रहा है. 11 करोड़ घरों को पहली बार नल से जल योजना से जोड़ा गया है. किडनी मरीजों के डायलिसिस की सुविधा दी है. एलईडी बल्ब से बिजली के बिल में बचत लाने की कोशिश की है. योजनाओं को तेजी से पूरा करने का लक्ष्य रखा है. बीते साल दुनिया ने दो बड़े युद्ध देखे. वैश्विक संकट के बावजूद देश में महंगाई नहीं बढ़ने दी है. गरीबों और मध्यम वर्ग को सस्ते में हवाई टिकट मिल रहे हैं.
राष्ट्रपति का कहना था कि बीता वर्ष देश के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा है. राष्ट्रपति ने लगातार दूसरी तिमाही में देश की विकास दर 7.5 फीसदी रहने का जिक्र किया और आर्थिक नीतियों की तारीफ की है. राष्ट्रपति ने कहा, सरकार ने महंगाई को काबू में रखा और लोगों पर इसका बोझ नहीं बढ़ने दिया.
राष्ट्रपति ने कहा, सरकार ने 34 लाख करोड़ सीधे लाभार्थियों के खाते में डाले हैं. डिजि लॉकर जीवन को आसान बना रहा है. भारत में दुनिया का 46 प्रतिशत लेनदेन डिजिटल होने लगा है. वन विभाग से क्लीयरेंस मे अब 75 दिन लगते हैं. रेलवे के क्षेत्र में भी देश ने नए आयाम छूए हैं. इंफ्रास्क्ट्रचर में रिकॉर्ड निवेश किया गया है. विकसित भारत की भव्य इमारत चार स्तंभ पर खड़ी हो सकती है. ये युवा शक्ति, नारी शक्ति, किसान शक्ति और गरीब वर्ग है.
एक देश-एक टैक्स कानून लाया गया है. बैंकिंग सिस्टम मजबूत हाग या है. बैंकों का एनपीए घटकर 4 प्रतिशत रह गया है. पहले की तुलना में एफडीआई दोगुना हो गया है. सुशासन और पारदर्शिता के चलते आर्थिक सुधार हुआ है. मेक इन इंडिया सबसे बड़ा अभियान बन गया है. रक्षा क्षेत्रों में निजी कंपनियों की भागीदारी बढ़ी है. आज हम खिलौने निर्यात करते हैं. ईज ऑफ डुइंग बिजनेस भी सुधार हुआ है. देश में बिजनेस को लेकर अच्छा माहौल बना है. डिजिटल इंडिया से बिजनेस करने में आसान आई है. डिजिटल इंडिया देश की बड़ी उपलब्धि बन गया है. दुनिया के दूसरे देश भी आज यूपीए से ट्रांजेक्शन की सुविधा दे रहे हैं. सरकार को निजी क्षेत्र की क्षमता पर भरोसा है. 2 करोड़ फर्जी लाभार्थी सिस्टम से बाहर किए गए हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी ने कहा कि भारत ने एशियाई खेलों में 100 से ज्यादा मेडल जीते. 5जी रोल आउट करने वाला पहला देश बन गया है. आरटीआई फाइल करने वालों की संख्या सवा तीन करोड़ से बढ़कर 8 करोड़ से ज्यादा हो गई है. ये उपलब्धियां 10 साल की साधना का परिणाम है. अनुच्छेद 370 पर आशंकाएं अब इतिहास बन गई हैं. आज एक लाख से ज्यादा स्टार्टअप हैं. एक करोड़ 40 लाख लोग जीएसटी दे रहे हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, इस नए संसद भवन में यह मेरा पहला संबोधन है. यह हमारे संविधान के लागू होने का भी 75वां वर्ष है. बीता वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा है. भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर झंडा फहराने वाला पहला देश बना. G20 की सफलता ने पूरी दुनिया में भारत की भूमिका को सशक्त किया. मेरी सरकार ने लाखों युवाओं को सरकारी नौकरी दी हैं. नारी शक्ति अधिनियम से लोकसभा राज्यसभा में महिलाओं का पार्टिसिपेशन बढ़ेगा. राम मंदिर का निर्माण का इंतजार वर्षों से था. लेकिन अब पूरा हुआ.
राष्ट्रपति ने राम मंदिर बनने, नारी शक्ति वंदन अधिनियम का जिक्र तो सदन में तालियां गूंज उठी. पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत अन्य नेताओं ने मेज थपथपाई. राष्ट्रपति का कहना था कि राम मंदिर बनने की आकांक्षा सदियों से थी. 25 करोड़ भारतीय गरीबी रेखा से बाहर आए हैं. तीन तलाक के खिलाफ सरकार ने कड़े कानून बनाए. पिछले 10 वर्ष में भारत ने राष्ट्र-हित में ऐसे अनेक कार्यों को पूरा होते हुए देखा है जिनका इंतजार देश के लोगों को दशकों से था.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बजट सत्र के लिए लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों के संयुक्त सत्र को संबोधित कर रही हैं. उनके संबोधन से पहले सदन में ऐतिहासिक स्वर्ण राजदंड सैंगोल का अनुष्ठान किया गया. राष्ट्रपति ने कहा, दुनिया में गंभीर संकटों के बावजूद भारत तेजी के साथ विकसित हो रहा है. मेरी सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयक लेकर भी आई है. ये ऐसे कानून हैं, जो विकसित भारत की सिद्धि की मजबूत पहल हैं. क्रिमनल जस्टिस सिस्टम अब इतिहास बन गया है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के बजट सत्र को संबोधित कर रही हैं. उन्होंने अपने अभिभाषण में 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' 21वीं सदी के लिए मंत्र दिया है. राष्ट्रपति ने कहा कि नए सदन में उनका यह पहला संबोधन है. यहां संसदीय परंपराओं का गौरव है. हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. हमने अपनी आजादी के योगदान को याद किया है. मेरी माटी मेरा देश अमृत कलश यात्रा निकाली है. सत्तर हजार अमृत सरोवर बनाए हैं. दो करोड़ से ज्यादा पेड़ लगवाए. कर्त्तव्यपथ को नेताजी की मूर्ति मिली है. पीएम स्मारक खोला गया है. तमाम संकटों के बीच भारत एक अग्रणी अर्थव्यवस्था बन गया है. भारत चंद्रमा के दक्षिण दिशा में झंडा फहराने वाला पहला देश बन गया. जी20 सफल रहा है. एशियाई खेलों में हमने 100 से ज्यादा पदक जीते हैं. मिशन मोड में एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरी मिली हैं. नारी शक्ति अधिनियम पारित करने के लिए मैं आपकी सराहना करती हूं. इससे लोकसभा और राज्यसभा में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी. हमने अनुच्छेद 370 हटा दिया है. हमने बचपन से गरीबी हटाओ का नारा सुना था, अब हम इसे साकार होते देख रहे हैं. हमने 25 करोड़ की गरीबी मिटा दी और हम आगे बढ़ रहे हैं. हम सही दिशा में हैं. खादी ग्राम औद्यौगिक की कीमतों में चार गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. आईटीआर फाइलिंग की संख्या तीन करोड़ से ऊपर बढ़कर 8 करोड़ हो गई है. 98 लाख से अब 1.40 करोड़ जीएसटी का भुगतान करते हैं. वाहन खरीदारों की संख्या बढ़ी है.
पीएम मोदी ने कहा, "बजट सत्र, उन सांसदों के लिए पश्चाताप का अवसर है. अच्छे फुटप्रिंट छोड़ने का अवसर है. आज इस अवसर को जाने मत दीजिए. देशहित में विचारों का लाभ सदन को दें. देश को उत्साह और उमंग से भर दें. मुझे विश्वास है कि जब चुनाव का समय निकट होता है तब पूर्ण बजट नहीं रखा जाता. हम भी पूर्ण बजट नई सरकार बनने के बाद लेकर आएंगे. इस बार दिशा-निर्देशन लेकर देश की वित्त मंत्री हम सबके सामने कल अपना बजट पेश करने वाली हैं."
उन्होंने कहा, विरोध का स्वर तीखा क्यों न हो, लेकिन जिसने सदन में उत्तम विचारों का लाभान्वित किया होगा, उनको बड़ा वर्ग याद करता होगा. आने वाले दिनों में भी जब सदन की चर्चाएं कोई देखेगा तो एक एक शब्द इतिहास की तारीख बनकर उजागर होगा. इसिलिए जिन्होंने विरोध किया हो, बुद्धि प्रतिभाओं का दर्शन कराया होगा. हमारे खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया की होगी, उसके बावजूद मैं मानता हूं कि बहुत बड़ा वर्ग लोकतंत्र प्रेमी सभी लोग इस व्यवहार की सराहना करते हैं. लेकिन जिन्होंने सिर्फ नकारात्मकता, हुड़दंग किया होगा, उनको शायद ही कोई याद करे.
पीएम मोदी ने कहा, मैं आशा करता हूं कि इस वर्ष में जिसको जो रास्ता सूझा, उस प्रकार से संसद में सबने अपना-अपना कार्य किया. मैं इतना जरूर कहूंगा कि जिनको आदतन हुड़दंग करने का स्वभाव बन गया है, जो आदतन लोकतांत्रिक मूल्यों का चीरहरण करते हैं. ऐसे सभी माननीय सांसद आज जब आखिरी सत्र में मिल रहे हैं, तब जरूर आत्मनिरीक्षण करेंगे कि 10 साल में उन्होंने जो किया, अपने संसदीय क्षेत्र में भी 100 लोगों से पूछ लें. किसी को याद नहीं होगा कि जिन्होंने इतना हुड़दंग किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बाहर कहा, "इस नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था, उसके आखिर में एक सांसद ने एक बहुत ही गरिमापूर्ण फैसला लिया था. वो फैसला था नारीशक्ति वंदन अधिनियम. उसके बाद 26 जनवरी को हमने देखा किस प्रकार से देश में कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति की सामर्थ्य को, शौर्य को, संकल्प की शक्ति को अनुभव किया और आज बजट सत्र का आरंभ हो रहा है, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू का मार्गदर्शन और कल नर्मला सीतारमण के द्वारा अंतरिम बजट एक प्रकार से नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व है."
संसद के बजट सत्र में फ्रिस्किंग (जमा तलाशी) का काम CISF के जवानों ने शुरू कर दिया है. इसके लिए 140 जवानों को तैनात किया गया है. CISF जवानों ने महत्वपूर्ण ड्रिल संसद भवन परिसर में पहले ही कर ली है. पिछले सत्र में हुई सुरक्षा चूक को देखते हुए इस बार सुरक्षा व्यवस्था चुस्त की गई है. आज से शुरू हो रहे संसद सत्र के मद्देनजर इस बार सीआईएसएफ आउटर लेयर की सुरक्षा का जिम्मा संभालेगी जिसमें फ्रिस्किंग और चेकिंग शामिल है.
(इनपुट- जितेंद्र बहादुर सिंह)
इससे पहले बीते साल चार दिसंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ था, जोकि तय समय से एक दिन पहले ही समाप्त हो गया था. ये सत्र इसलिए महत्वपूर्ण रहा कि इस दौरान सरकार ने अपराध और न्याय से जुड़े नए बिलों को पास कराया था. इसके अलावा एक और महत्वपूर्ण घटना घटी थी, जिसने संसद की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिए थे. दरअसल लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा में बैठे दो युवक सांसदों की बेंच पर पहुंच गए और इस दौरान उन्होंने कोई पीली गैस भी छोड़ दी थी. हालांकि सांसदों ने उन युवकों को पकड़कर सुरक्षाबलों के हवाले कर दिया था.
संसद का ये बजट सत्र मोदी सरकार के दूसरा कार्यकाल का आखिरी सत्र होगा. लोकसभा चुनाव को देखते हुए मोदी सरकार इस अंतरिम बजट में महिलाओं और किसानों से जुड़े बड़े ऐलान कर सकती है. सूत्रों की मानें तो सरकार किसानों को मिलने वाली किसान सम्मान निधि को दोगुना करने का प्रस्ताव ला सकती है. हालांकि फिलहाल सरकार के एजेंडे में कोई बड़ा विधायी कार्य नहीं है.