संसद की सुरक्षा में सेंधमारी के लगभग तीन महीने बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने सीआरपीएफ के आईजी अनुराग अग्रवाल को संसद भवन की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा है. ओम बिरला ने आईपीएस अग्रवाल को संसद भवन में संयुक्त सचिव सुरक्षा नियुक्त किया है.
संयुक्त सुरक्षा सचिव संसद भवन की सिक्योरिटी सर्विस के प्रमुख होते हैं. आईपीएस अग्रवाल तीन साल तक संयुक्त सचिव सुरक्षा के पद पर रहेंगे.
ये पद पिछले साल नवंबर से ही खाली था. उनसे पहले आईपीएस रघुबीर लाल इस पद पर थे. लेकिन पिछले साल 2 नवंबर को उनका तबादला हो गया था. उनके बाद डायरेक्टर स्तर के अधिकारी ब्रजेश सिंह इस पद को संभाल रहे थे.
पिछले साल संसद भवन की सुरक्षा में सेंध के बाद सिक्योरिटी को लेकर सवाल खड़े हुए थे. शुरुआती जांच में सामने आया था कि एक महीने से संयुक्त सचिव सुरक्षा का पद खाली था. अनुराग अग्रवाल 1998 बैच के असम-मेघालय कैडर के आईपीएस अफसर हैं. उन्हें पिछले साल फरवरी में सीआरपीएफ का आईजी नियुक्त किया गया था.
पिछले साल 13 दिसंबर को संसद भवन की सुरक्षा में सेंधमारी हुई थी. लोकसभा में दो लोग विजिटर्स गैलरी से कूद आए थे और पीले रंग का स्प्रे छिड़क दिया था. संसद भवन के बाहर भी दो लोगों ने भी ऐसा ही किया था.
इस मामले में सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे, नीलम देवी, विशाल शर्मा और ललित झा को आरोपी बनाया गया है. सागर शर्मा और मनोरंजन डी. ने लोकसभा चैम्बर में कूदकर पीले रंग का धुआं छोड़कर नारेबाजी की थी. उसी समय संसद भवन के बाहर अमोल शिंदे और नीलम देवी ने 'तानाशाही नहीं चलेगी' के नारे लगाकर वही पीले रंग का धुआं छोड़ा. फिलहाल सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं.