कोरोना संकट (Coronavirus) के बीच एक बार फिर संसद का सत्र शुरू होने जा रहा है. 19 जुलाई से संसद का मॉनसून सत्र (Parliament Monsoon Session) शुरू होगा. इस बार लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही एक साथ चलेगी. यानी संसद के दोनों सदन जैसे पहले चलते थे, वैसे ही इस बार भी चलेंगे.
सूत्रों की मानें, तो संसद के दोनों सदन साथ चलेंगे और अपने रेगलुर वक्त पर ही ये कार्यवाही चलेगी. हालांकि, इस बार भी कोविड प्रोटोकॉल (Covid Protocol) का पालन किया जाएगा. सांसदों को सदन में गैलरी, चैंबर में बैठना होगा.
जानकारी के मुताबिक, अभी वैक्सीन सर्टिफिकेट को अनिवार्य नहीं किया जाएगा. बल्कि RT-PCR टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट को ही अनिवार्य किया जाएगा.
आपको बता दें कि पिछले सत्र में भी कोरोना गाइडलाइन्स (Covid Guidelines) का पालन किया गया था. तब राज्यसभा और लोकसभा अलग-अलग वक्त पर जारी थे. एक वक्त में एक ही सदन चल रहा था और दोनों सदनों में सदस्य बैठते थे.
संसद का मॉनसून सत्र 19 जुलाई से शुरू होकर 13 अगस्त तक जारी रहेगा. सभी सांसदों से अपील की गई है कि वे वैक्सीन की दोनों डोज़ लगवा लें. जानकारी के मुताबिक, लोकसभा के 400 से अधिक और राज्यसभा के 180 के करीब सांसदों को दोनों डोज़ लग चुकी हैं. कुछ सांसद ऐसे बचे हैं जो कोविड की चपेट में आ गए थे.
सरकार को घेरने के लिए विपक्ष तैयार
संसद के बजट सत्र और मॉनसून सत्र के बीच देश ने कोरोना की दूसरी लहर को झेला था. दूसरी लहर में काफी हाहाकार देखने को मिला, ऐसे में विपक्ष इस बार फिर सरकार को कई मसलों पर घेर सकता है. कोरोना संकट, राफेल विवाद समेत अन्य मसले संसद के मॉनसून सत्र में छा सकते हैं.