संसद के चालू बजट सत्र के दूसरे चरण की कार्यवाही नए हफ्ते में चलने की उम्मीद थी. ऐसी संभावनाएं जताई जा रही थीं कि सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के तेवर सदन चलाने के लिए शायद नरम पड़ें और कार्यवाही चल सके लेकिन ऐसा हुआ नहीं. संसद के दोनों सदनों में हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही पहले दोपहर दो बजे तक और फिर अगले दिन यानी 21 मार्च की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी.
सुबह 11 बजे जब संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू हुई, हंगामा और नारेबाजी शुरू हो गई. सत्तापक्ष की ओर से राहुल गांधी माफी मांगो के नारे लगाए जाने लगे तो वहीं विपक्षी सदस्य भी नारेबाजी करते वेल में आ गए. हंगामे और नारेबाजी के बीच लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सांसदों से शांति बनाए रखने और सदन चलने देने की अपील की.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला विपक्षी सांसदों के तख्तियां लेकर सदन में पहुंचने पर भी भड़क गए. उन्होंने कहा कि क्या इस तरह से सदन चलेगा. आप तख्तियां लेकर आओगे. उन्होंने ये भी कहा कि हम सदन चलाएंगे, चर्चा करेंगे, आप लोगों के मुद्दों पर बात करेंगे. स्पीकर ने कहा कि मेरा आग्रह है कि आप सदन चले देंगे तो मैं चलाऊ.
लोकसभा में हंगामा जारी रहा और स्पीकर ने कहा कि आप सदन नहीं चलने देंगे तो दो बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की जाती है. राज्यसभा की कार्यवाही भी हंगामे के कारण दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. दोपहर दो बजे जब संसद की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, दोनों सदनों में हंगामा और नारेबाजी शुरू हो गई.
लोकसभा में लगे 'राहुल गांधी शेम शेम' के नारे
लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे जैसे ही शुरू हुई, स्पीकर ने सदस्यों से अपने नाम के आगे अंकित पत्र सदन पटल पर रखने के लिए कहा. इस दौरान सदन में पर्यावरण और स्वास्थ्य के साथ ही कई अन्य समितियों की रिपोर्ट सदन में पेश की गईं. इस दौरान सत्तापक्ष की ओर से नारेबाजी की जाती रही. सत्तापक्ष के सदस्य सदन में 'राहुल गांधी माफी मांगो' के साथ ही 'राहुल गांधी शेम शेम... शेम शेम, शेम शेम...' के नारे लगाते रहे.
लोकसभा में सत्तापक्ष के सदस्य अपनी सीट के सामने खड़े होकर नारेबाजी करते रहे. वहीं, विपक्षी सदस्य भी अपनी जगह से तख्तियां लहराते रहे. दोनों तरफ से नारेबाजी और हंगामा जारी रहा. इन सबके बीच लोकसभा की कार्यवाही कुछ देर चली. आसन की ओर से नियम 377 के तहत जिन सदस्यों को चर्चा की अनुमति दी गई थी, उनसे अपने नाम के आगे अंकित पत्र सदन पटल पर पेश करने के लिए कहा और सदन की कार्यवाही 21 मार्च की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
राज्यसभा भी नहीं चल सकी
राहुल गांधी के लंदन वाले बयान को लेकर मचे सियासी घमासान के कारण राज्यसभा की कार्यवाही भी नहीं चल सकी. दोपहर दो बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने हंगामे के बीच कार्यवाही जारी रखने की कोशिश की लेकिन बढ़ते हंगामे और तेज होती नारेबाजी के बीच उन्हें सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.