scorecardresearch
 

ED की छापेमारी में मिले 50 करोड़ किसके? 'कैश क्वीन' के बाद अब पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी का इनकार

पार्थ चटर्जी को रविवार को जोका के ईएसआई अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए लाया गया था. जब वह गाड़ी से उतरे तभी पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने कहा कि वसूली के दौरान मिला पैसा मेरा नहीं है. जब उनसे पूछा गया कि क्या उनके खिलाफ कोई साजिश कर रहा है तो उन्होंने कहा कि समय आने पर आपको पता चल जाएगा. 

Advertisement
X
फाइल फोटो
फाइल फोटो

पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी ने रविवार को दावा किया है कि ईडी की छापेमारी के दौरान बरामद रुपये उनके नहीं हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि समय बताएगा कि कौन उनके खिलाफ साजिश कर रहा है. इससे पहले पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने बताया था कि ये कैश पार्थ चटर्जी का है. इन दोनों के इनकार के बाद अब केंद्रीय एजेंसी के सामने बड़ा सवाल यह है कि आखिर छापेमारी में मिली ये संपत्ति किसकी है.

Advertisement

पार्थ चटर्जी को रविवार को जोका के ईएसआई अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए लाया गया था. जब वह गाड़ी से उतरे तभी पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने कहा कि वसूली के दौरान मिला पैसा मेरा नहीं है. जब उनसे पूछा गया कि क्या उनके खिलाफ कोई साजिश कर रहा है तो उन्होंने कहा कि समय आने पर आपको पता चल जाएगा. 

चटर्जी ने शुक्रवार को भी दावा किया था कि वह एक साजिश का शिकार हैं और तृणमूल कांग्रेस के उन्हें निलंबित करने के फैसले पर नाखुशी जाहिर की थी. उन्होंने कहा था कि मुझे निलंबित करने का यह फैसला निष्पक्ष जांच को प्रभावित कर सकता है. वहीं पार्थ चटर्जी को मंत्रालय से हटाने के फैसले पर प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनका फैसला एकदम सही है. चटर्जी (69) को टीएमसी सुप्रीमो ने सभी विभागों के दायित्वों से मुक्त कर दिया था और गुरुवार को टीएमसी से निलंबित कर दिया गया था, उन्हें पार्टी के सभी पदों से भी हटा दिया गया था. 

Advertisement

वहीं टीएमसी नेतृत्व ने पार्थ को लेकर कहा कि अपने कामों के लिए वह खुद जिम्मेदार थे. गिरफ्तारी के बाद पिछले कुछ दिनों से वह चुप क्यों थे? उन्हें अदालत का दरवाजा खटखटाने और अपनी बेगुनाही साबित करने का पूरा अधिकार है. टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने गुरुवार को कहा था कि इस घोटाले से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है. 

CBI-ED कर रही है जांच

कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI), पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की सिफारिशों पर ग्रुप-सी और डी कर्मचारियों के साथ-साथ सरकारी प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है. वहीं ईडी घोटाले में शामिल मनी ट्रेल की जांच कर रही है. 

पार्थ के 17 ठिकानों पर ईडी ने मारा छापा 

केंद्रीय जांच एजेंसी पार्थ चटर्जी से जुड़े करीब 17 ठिकानों पर छापा मार चुकी है. एक दर्जन से ज्यादा नए ठिकानों पर छापेमारी की तैयारी है. डायमंड सिटी के फ्लैट पर 22 जुलाई को छापा पड़ा. बेलघोरिया के दो फ्लैट पर 27 जुलाई को छापा पड़ा, और चिनार पार्क का फ्लैट जहां 28 जुलाई को ईडी दबिश दी. अब तक अर्पिता के चार फ्लैट्स पर ED छापेमारी कर चुकी है. अर्पिता मुखर्जी के घर पहली छापमेारी में करीब 22 करोड़ रुपये और 70 लाख का सोना, जबकि दूसरी छापेमारी में करीब 28 करोड़ कैश और 4 करोड़ का सोना बरामद किया था.  

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement