पेगासस जासूसी (Pegasus case) मामले पर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. कांग्रेस नेता राहुल गांधी (rahul gandhi) ने जासूसी मामले में न्यायिक जांच की मांग करते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफा मांगा है. इस बीच कल राज्यसभा में पेपर फाड़ने के आरोप में राज्यसभा के चेयरमैन ने टीएमसी सांसद सेन को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया है.
राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि पेगासस एक ऐसा हथियार है जिसे इजरायल की ओर से आतंकवादी के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए वर्गीकृत किया गया है. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने इसे हमारे खिलाफ राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया. उन्होंने न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए और गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए.
कांग्रेस नेता ने कहा कि यहां हर कुछ क्लासीफाइड (classified) है. हर फाइल क्लासीफाइड है. राफेल क्लासीफाइड है और यह भी क्लासीफाइड है.
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केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मेरा फोन टेप हो रहा है. यह मुझे मालूम है. इंटेलिजेंस ( Intelligence Bureau) के कई अधिकारियों ने यह बोला कि सर आपका फोन टेप हो रहा है. उन्होंने कहा, 'मेरे दोस्तों को फोन करके बोला जाता है कि आप राहुल गांधी को यह बता दीजिए कि उन्होंने यह बात कही थी. मैं डरता नहीं हूं और मुझे इनसे फर्क नहीं पड़ता.'
न्यायिक जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन
इससे पहले कांग्रेस ने पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल कर फोन की कथित जासूसी की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग को लेकर गुरुवार को देशभर में विरोध प्रदर्शन किया गया. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है.
पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मार्च के साथ-साथ जम्मू, जयपुर, कोलकाता, विजयवाड़ा, पटना, रांची, बेंगलुरु, चंडीगढ़, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, रायपुर, लखनऊ और देहरादून में धरना प्रदर्शन किया.
राज्यसभा में पेपर फाड़ने पर बवाल
संसद में चल रहे मॉनसून सत्र के दौरान कल गुरुवार को जोरदार हंगामा हुआ. राज्यसभा में संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव जब पेगासस जासूसी कांड पर बयान दे रहे थे तो टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने उनके हाथ से स्टेटमेंट का पेपर छीनकर फाड़कर उपसभापति की तरफ उछाल दिया. इस पूरे घटनाक्रम पर सरकार विशेषाधिकार हनन का नोटिस देने की तैयारी कर रही है. इस बीच राज्यसभा के चेयरमैन ने टीएमसी सांसद सेन को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया है.
इस बवाल के बाद शांतनु सेन ने आरोप लगाया कि सदन स्थगित होने के बाद राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया, जिसकी उन्होंने उपसभापति से शिकायत की है.
शांतनु सेन ने कहा कि सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद अचानक हरदीप ने मुझे खराब तरीके से बुलाया, लेकिन मैं फिर भी गया. इसके बाद उन्होंने मुझे धमकाया और गाली दी. वो मुझे मारने के लिए आगे बढ़े थे. वहां मेरा घेराव किया गया. भगवान का शुक्र है कि मेरे अन्य सहयोगियों ने इसे देखा और मुझे बचाया. यह सरासर दुर्भाग्यपूर्ण है.
इस विवाद पर राज्यसभा सांसद और आरजेडी नेता मनोज झा ने कहा कि मंत्री के हाथ से कागज छीना गया, फाड़ा नहीं गया, लेकिन इसके बाद एक वरिष्ठ मंत्री का जो व्यवहार था वो आज तक संसद में नहीं हुआ. सब स्तब्ध थे जिस तरह के शब्द मंत्री जी ने कहे.