पेगासस फोन हैकिंग (Pegasus Phone Hacking) मामले को लेकर देश में अभी भी हंगामा जारी है. सड़क से लेकर संसद तक विपक्ष की ओर से इस मुद्दे पर केंद्र सरकार (Centre Government) को घेरने की कोशिश की जा रही है.
एक तरफ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सरकार पर निशाना साधा, तो वहीं एक बार फिर संसद में इस मसले पर हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही प्रभावित हुई.
केंद्र सरकार पर बरसे राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को पेगासस मामले पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की अगुवाई में जांच कराने की भी मांग की.
#PegasusSnoopgate देशद्रोह का मामला है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 23, 2021
हमारी सीधी सी माँग है- सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इसकी न्यायिक जाँच हो ताकि देश को पता चले कि ये देशद्रोह किसके कहने पर किया गया- PM या HM? pic.twitter.com/65A3aIb4XQ
संसद के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पेगासस को इजरायल स्टेट द्वारा एक हथियार के रूप में वर्गीकृत किया गया है और उस हथियार का इस्तेमाल आतंकवादी के खिलाफ किया जाना चाहिए. प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) और केंद्रीय गृह मंत्री ने इस हथियार का इस्तेमाल भारतीय राज्य और हमारी संस्थाओं के खिलाफ किया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने इसका राजनीतिक इस्तेमाल किया. राहुल बोले कि केंद्र ने कर्नाटक में इसका इस्तेमाल किया है, उन्होंने इसका इस्तेमाल जांच में बाधा डालने के लिए किया है. उन्होंने इसका इस्तेमाल सुप्रीम कोर्ट और इस देश के सभी संस्थानों के खिलाफ किया है. राहुल गांधी ने इस दौरान अमित शाह का इस्तीफा मांगा.
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संसद के अंदर और बाहर पेगासस पर बवाल
कांग्रेस, शिवसेना और द्रमुक ने शुक्रवार को कथित पेगासस परियोजना को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस, शिवसेना और द्रमुक के कई सांसदों ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दिया, सांसदों ने सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए.
विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे, के.सी. वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, शशि थरूर, शिवसेना राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और कई अन्य शामिल थे.
संसद के दोनों सदनों में भी शुक्रवार को पेगासस मामले पर हंगामा हुआ. लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने इस मसले को उठाया और सरकार पर निशाना साधा, जिसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई.
संसद में गुरुवार को पेगासस विवाद पर ही जब आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव अपना बयान पढ़ रहे थे. तब टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने उनके हाथ से कागज़ छीन लिया था, अब इसपर एक्शन लिया गया है. शांतनु सेन को पूरे मॉनसून सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया है.
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया द्वारा एक खुलासा किया गया, जिसमें दावा किया गया कि पेगासस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर देश के कई नेताओं, पत्रकारों और अन्य हस्तियों की जासूसी की गई थी. सरकार ने इस दावे को नकार दिया है.