उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं, हालांकि चुनाव कब होंगे अभी इसका ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन राजनीतिक दलों ने अपनी दावेदारी और अपनी तैयारी दोनों शुरू कर दी है. इन 10 सीटों में बीजेपी के दो सहयोगी आरएलडी और निषाद समाज पार्टी ने दो-दो सीटों की मांग रखी है निषाद समाज पार्टी ने मझवां सीट मांगी है, क्योंकि निषाद पार्टी के विधायक विनोद बीना को भाजपा ने लोकसभा का चुनाव लड़ाया और वह भदोही से जीत गए. ऐसे में निषाद पार्टी का यह दावा बनता है कि वह इस सीट पर चुनाव लड़ें. ऐसे में मझवां सीट निषाद पार्टी चाहती है.
कटेहरी सीट पर संजय निषाद का दावा
इसके अलावा अंबेडकर नगर की कटेहरी सीट पर भी निषाद पार्टी का दावा है. 2022 के चुनाव में कटेहरी की सीट पर निषाद पार्टी ने चुनाव लड़ा था, जहां से समाजवादी पार्टी के लालजी वर्मा चुनाव जीते थे. लालजी वर्मा इस बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर अंबेडकर नगर से सांसद हो गए. ऐसे में कटेहरी सीट पर भी चुनाव होने हैं और संजय निषाद का दावा है कि कटेहरी सीट उनके कोटे में आनी चाहिए.
जाट बहुल है खैर की सीट
उधर आरएलडी भी दो सीट चाहती है, आरएलडी के विधायक चंदन चौहान जो मुजफ्फरनगर मीरापुर सीट से विधायक थे. वह इस बार बिजनौर से आरएलडी के सांसद चुने गए हैं, इस सीट पर जयंत चौधरी की पार्टी का स्वाभाविक दावा बनता है, लेकिन अलीगढ़ की खैर सीट पर भी आरएलडी अपना दावा जाता रही है क्योंकि खेर की सीट जाट बहुल मानी जाती है. अनुप्रिया पटेल की पार्टी ने इस उपचुनाव में कोई दावा किसी सीट को लेकर अभी तक नहीं किया है, न ही ओमप्रकाश राजभर की पार्टी ने किसी सीट पर कोई दावा ठोका है, हालांकि दोनों पार्टियों की इच्छा चुनाव लड़ने की जरूर है.
BSP भी सभी 10 सीटों पर लड़ेगी उपचुनाव
बीएसपी ने भी इस बार ऐलान कर दिया है कि वह सभी 10 सीटों पर विधानसभा के उप चुनाव लड़ेगी, अमूमन बसपा कोई उपचुनाव नहीं लड़ती रही है लेकिन इस बार चंद्रशेखर आजाद रावण ने भी सभी उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया है ऐसे में बसपा और आजाद समाज पार्टी दोनों इस उप चुनाव में अपनी पूरी ताकत के साथ लगभग सभी 10 सीटों पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं.
बीजेपी की 8 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की कोशिश
उधर बीजेपी की कोशिश है कि इस बार सहयोगियों को उनके कोटे के अलावा और सीट ना दें और कम से कम 8 सीट जरूर लड़े. इंडिया गठबंधन में कांग्रेस पार्टी ने भी इन 10 सीटों में तीन से चार सीटों पर अपना दावा किया है हालांकि यह दावा अभी खुले तौर पर नहीं किया गया है लेकिन पार्टी के भीतर लोग चाहते हैं कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की दोनों सीटें गाजियाबाद और मीरापुर की सीट कांग्रेस पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए मिले इसके अलावा फूलपुर की सीट भी कांग्रेस पार्टी लड़ना चाहती है.
उपचुनाव में खींचतान होनी तय
कुल मिलाकर पार्टियों के भीतर उपचुनाव में खींचतान होनी तय है. उपचुनाव में सभी पार्टियों अपना दमखम दिखाने की कोशिश करेगी ऐसे में किस पार्टी को कितनी सीट मिलती है यह उनकी जोर आजमाइश पर निर्भर करेगा.