दो महीने पहले 5 जनवरी को संदेशखाली में बीती पाँच जनवरी को ईडी की टीम छापेमारी के लिए गई थी, तब उनपर भीड़ ने हमला कर दिया था. मामले में टीएमसी के पूर्व नेता शाहजहां शेख का नाम आया. वहां की कई महिलाओं ने उस पर गंभीर आरोप लगाए. इस घटना के 55-56 दिन बाद हाई कोर्ट के दबाव में पुलिस ने उसे गिरफ़्तार किया. फिर कलकत्ता हाई कोर्ट ने कल इस मामले को सीबीआई को सौंपे जाने का आदेश दिया. शाहजहं शेख की कस्टडी लेने सीबीआई की टीम पहुंची, लेकिन बंगाल पुलिस की सीआईडी ने ये कहते हुए मना कर दिया कि इस फैसले के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में अपील की गई है.
कलकत्ता हाई कोर्ट ने फिर आदेश दिया है कि शाहजहां शेख को आज शाम सवा चार बजे तक सीबीआई को सौंपा जाए. सीबीआई की टीम केंद्रीय सुरक्षा बल के साथ उसकी कस्टडी लेने पहुंची भी, पीएम मोदी ने आज इस मामले पर टीएमसी को कैसे घेरा और इस पर सत्तारूढ़ पार्टी की तरफ से क्या रिएक्शन आया, सुनिए 'दिन भर' में,
महाराष्ट्र में सुलझा सीटों का गणित?
प्रधानमंत्री आज पहले पश्चिम बंगाल और फिर बिहार में विपक्ष के गठबंधन 'इंडिया' पर हमले कर रहे थे. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज भारत जोड़ो न्याय यात्रा के साथ मध्य प्रदेश में थे. जहाँ उन्होंने युवाओं से लेकर आदिवासियों, अदाणी और इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा.
राहुल की ये यात्रा एमपी के बाद गुजरात से होते हुए महाराष्ट्र पहुंचेगी और 16 मार्च को मुंबई में ख़त्म हो जाएगी. महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीट हैं और बीजेपी की अगुआई वाले एनडीए और ऑपोजिशन के इंडिया ब्लॉक की निगाहें ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने पर हैं. लेकिन इसके पहले महाराष्ट्र की मल्टी-पोलर पॉलिटिक्स में सीटों को लेकर सभी स्टेक होल्डर्स की पेशानी पर बल पड़ा हुआ था. कल अमित शाह महाराष्ट्र पहुंचे और ख़बर है कि उन्होंने एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के साथ कई दौर की मीटिंग की. इसके बाद एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो गया है, सुनिए 'दिन भर' में,
एग्रेसिव हो रहा है ड्रैगन?
कोई भी देश हर वो काम करता है जिससे वो अपने दुश्मन राष्ट्रों से सेफ़ रह सके या उससे होने वाले ख़तरों को काट सके. इसीलिए मौजूदा वैश्विक हालात में दुनिया के सभी देशों के डिफेन्स सेक्टर में किए जा रहे खर्चे साल दर साल नई ऊंचाई को छू रहे हैं. ताज़ा उदाहरण पड़ोसी मुल्क चीन का है, जिसने साल 2024 के लिए अपना रक्षा बजट बढाकर साढ़े 19 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा कर दिया है. पिछले साल के मुक़ाबले इसमें 7.2 फीसदी की बढ़त है. इंडिया से तुलना करें तो ये भारत के रक्षा बजट से तीन गुना ज्यादा है. हालांकि चीनी सेना का बजट अब भी अमेरिका के बजट से 54 लाख करोड़ रुपए कम है. लेकिन 2024 के लिए चीन का रक्षा बजट पिछले पांच साल में सबसे ज्यादा है. वो भी ऐसे समय में जब उसकी अर्थव्यवस्था काफी बुरे दौर से गुजर रही है. चीन के इस क़दम को जियोपॉलिटिक्स के लिहाज से कैसे देखा जाए, सुनिए 'दिन भर' में,