प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी आज यानी मंगलवार की दोपहर वर्चुअल समिट के जरिए एक दूसरे से मुखातिब होंगे. सूत्रों के मुताबिक इस दौरान 286 मिलियन यूएस डॉलर वाले शहतूत डैम प्रोजेक्ट को लेकर दोनों देशों के बीच करार हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में दोनों देशों के बीच आतंकवाद से निपटने को लेकर रणनीति पर भी चर्चा की जाएगी.
अफगानिस्तान के काबुल में पानी की समस्या है. ऐसे में यहां के 2 मिलियन लोगों की आबादी के लिए यह करार काफी मददगार साबित होगा. काबुल में जनसंख्या बढ़ने के साथ ही पानी के स्रोत में कमी आई है जिसके चलते यहां के लोगों को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. यह दूसरी बार होगा जब भारत अफगानिस्तान को डैम बनाने में मदद पहुंचाएगा. इससे पहले भारत ने सलमा डैम बनाने में भी अफगानिस्तान की मदद की थी.
दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के अलावा भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके अफगानी समकक्ष मोहम्मद हनीफ अतमर भी मौजूद रहेंगे. भारत ने हाल ही में अफगानिस्तान को भारत में निर्मित कोरोना वैक्सीन दी है. अफगानिस्तान मेड इन इंडिया वैक्सीन पाने वाला 18वां देश है. वैक्सीन को लेकर अफगानी विदेश मंत्री अतमर ने ट्वीट किया था.
उन्होंने लिखा था कि, विदेश मंत्री एस जयशंकर के प्रति मेरा आभार. भारत अफगानिस्तान को कोरोना वैक्सीन की 500 हजार डोज देगा. इससे कोरोना से लड़ाई में मदद मिलेगी. यह भारत के उदार और प्रतिबद्धता की मिसाल है. दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे. उन्होंने कहा कि इससे दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे. अफगानिस्तान के लोग भारत का आभार प्रकट करते हैं.
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