केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 70वां दिन है. आज भी कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसान संगठनों के बीच तकरार जारी है. इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने किसान आंदोलन के मसले पर संसद में हाईलेवल मीटिंग की. इस मीटिंग में पीएम मोदी के अलावा गृहमंत्री अमित शाह और कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर भी मौजूद रहे. गौरतलब है कि हाल ही में पीएम मोदी ने कहा था कि किसानों और सरकार के बीच बस एक कॉल की दूरी है.
बस एक कॉल की दूरी
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने किसान आंदोलन को लेकर कहा था कि किसान और सरकार के बीच बातचीत का रास्ता हमेशा खुला है. उन्होंने कहा कि वे कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर की बात दोहारना चाहेंगे. भले ही सरकार और किसान आम सहमति पर नहीं पहुंचे हैं लेकिन हम किसानों के सामने विकल्प रख रहे हैं. किसानों और सरकार के बीच बस एक कॉल की दूरी है. ऐसे में आज हो रही हाईलेवल मीटिंग के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार और किसान संगठनों के बीच वार्ता फिर से शुरू हो सकती है.
फिर शुरू हो सकती है वार्ता
मालूम हो कि पीएम मोदी ने कहा था कि नरेंद्र सिंह जी ने हमारी तरफ से प्रस्ताव देते हुए कहा है कि आप (किसान) जाकर चिंतन मनन कीजिए और मैं एक फोन कॉल की दूरी पर हूं. आप जब भी मन बना लें मैं कुछ ही घंटों में आपके साथ मिलने का कार्यक्रम और स्थान तय कर लूंगा. सरकार का प्रस्ताव आज भी मौजूद है. आइए..एक फोन कॉल कीजिए बात आगे बढ़ेगी.
बीजेपी की अहम बैठक जल्द
वहीं, बीजेपी की एक अहम मीटिंग 14 फरवरी को दिल्ली में पार्टी कार्यालय में होगी. इस बैठक में पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत पार्टी के अन्य बड़े नेता भी शामिल होंगे. मीटिंग का एजेंडा फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन ये मीटिंग ऐसे वक्त में बुलाई गई है जब पार्टी के सामने किसानों का आंदोलन एक बड़ी चुनौती के रूप में खड़ी है.
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मालूम हो कि दिल्ली की सीमाओं पर किसान दो महीने से ज्यादा वक्त से डटे हैं. सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका है. दूसरी तरफ किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है. ऐसे में सरकार भी और एक्टिव हो गई है.