यूएई में हाई प्रोफाइल COP28 समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'सभी के प्रयासों से यह विश्वास बढ़ा है कि विश्व कल्याण के लिए सबके हितों की सुरक्षा और भागीदारी जरूरी है.' संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि भारत क्लाइमेट चेंज को लेकर होने वाले इस समिट की 2028 में मेजबानी करने के लिए तैयार है. पीएम मोदी ने बड़ा ऐलान करते हुए सबके सामने यह प्रस्ताव रखा कि COP33 की मेजबानी करने का मौका अगली बार भारत को दिया जाए.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दो दिनों के दौरे पर हैं. वह यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के न्योते पर गुरुवार देर रात दुबई पहुंचे थे. COP28 समिट 30 नवंबर को शुरू हुआ था, जो 12 दिसंबर तक चलेगा. लेकिन इस बीच पीएम मोदी आज ही भारत लौट आएंगे.
भारत ने दुनिया के सामने विकास का मॉडल पेश किया
पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा,'मैं 140 करोड़ भारतीयों की तरफ से नमस्कार करता हूं. 17 फीसदी आबादी के बावजूद वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में हमारा योगदान 4% से भी कम है. भारत की G20 अध्यक्षता में हमारा ध्येय वाक्य एक पृथ्वी एक परिवार था. भारत ने बेहतरीन संतुलन बनाते हुए दुनिया के सामने विकास का एक मॉडल पेश किया है.'
पीएम मोदी ने ब्रिटेन के विदेश मंत्री से की मुलाकात
हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की राह पर: PM मोदी
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हमें पिछली सदी की गलतियों को जल्द सुधारना होगा क्योंकि पिछली गलतियों को सुधारने के लिए बहुत कम समय है. हमें एकता के साथ काम करना है. भारत अपने राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने की राह पर है. पीएम मोदी ने कार्बन क्रेडिट के व्यावसायीकरण को खत्म करने के लिए ग्रीन क्रेडिट पहल का प्रस्ताव रखा. ग्रीन क्रेडिट पहल बाजार-आधारित तंत्र के माध्यम से पर्यावरणीय सकारात्मक कार्यों को प्रोत्साहित करेगी और ग्रीन क्रेडिट उत्पन्न करेगी, जिसे व्यापार योग्य बनाया जाएगा और घरेलू बाजार मंच पर व्यापार के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.
पीएम मोदी के अलावा इन्होंने भी किया संबोधित
पीएम मोदी ने कहा कि हमने तय किया है कि नॉन फॉसिल फ्यूल का शेयर बढ़ाकर 50 प्रतिशत करेंगे. भारत 2070 तक नेट जीरो कार्बन एंबीशन के लक्ष्य तक भी बढ़ते रहेंगे. बता दें कि इस समिट में पीएम मोदी के अलावा COP28 के चीफ सुल्तान अहमद अल जाबेर और UNFCC के एग्जीक्यूटिव सेक्रेटरी शामिल हैं.
जयराम रमेश ने गिनाए भारत में हुए पुराने समिट
COP33 भारत में कराने के पीएम मोदी के प्रस्ताव पर कांग्रेस नेता जयराम रमेशा का बयान आया है. उन्होंने कहा है कि जलवायु परिवर्तन पर COP08 अक्टूबर 2002 में नई दिल्ली में आयोजित की जा चुकी है. वहीं, जैव विविधता पर COP11 समिट अक्टूबर 2012 में हैदराबाद में आयोजित किया जा चुका है.