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अब चीन सीमा तक पहुंचना होगा आसान, पीएम मोदी ने अरुणाचल में सेला सुरंग का किया शुभारंभ

अरुणाचल प्रदेश में अब किसी भी मौसम में भारतीय सुरक्षा बलों के लिए चीन सीमा तक पहुंचना आसान हो गया है. पीएम मोदी ने राज्य में सेला टनल का शुभारंभ कर दिया है. इससे ना सिर्फ किसी भी मौसम में परिवहन आसान होगा बल्कि विपरीत परिस्थितियों में सेना भी जल्द चीन बॉर्डर तक पहुंच पाएगी.

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पीएम मोदी ने सेला सुरंग का किया शुभारंभ
पीएम मोदी ने सेला सुरंग का किया शुभारंभ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अरुणाचल प्रदेश को बड़ी सौगात दी है. तवांग को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करने वाली सेला सुरंग का उन्होंने उद्घाटन किया और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. 

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पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने अरुणाचल प्रदेश में सीमावर्ती गांवों की 'उपेक्षा' करके देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया क्योंकि राज्य में लोकसभा की केवल दो सीटें हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार इसे पहले ही बना सकती थी लेकिन उसने ऐसा नहीं किया.

प्रधानमंत्री ने ईटानगर में एक कार्यक्रम में कहा, 'हम देश को मजबूत बनाने के लिए संसदीय सीटों की संख्या के आधार पर नहीं बल्कि राज्य की आवश्यकताओं के आधार पर काम करते हैं.' पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस की नीति 'सीमावर्ती क्षेत्रों को विकसित नहीं करने और सशस्त्र बलों को कमजोर रखने की रही है, लेकिन 'हम एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण में विश्वास करते हैं.'

सुरंग

उन्होंने सेला और तवांग के लोगों को आश्वासन दिया कि लोकसभा चुनाव जीतने के बाद वह उनसे फिर मिलने आएंगे. जिस टनल का पीएम मोदी ने शुभारंभ किया है वो इस क्षेत्र में हर मौसम में आसान परिवहन सुनिश्चित करेगा और देश के लिए इसका बेहद रणनीतिक महत्व भी है क्योंकि यह चीन के साथ सीमा के पास स्थित है.

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825 करोड़ की लागत से सेला सुरंग का निर्माण किया गया है. इस टनल को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा 13,000 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है. सेला सुरंग की आधारशिला 9 फरवरी, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही रखी थी और निर्माण कार्य उसी साल 1 अप्रैल को शुरू हुआ था.

पीएम मोदी ने इस मौके पर अरुणाचल प्रदेश राज्य परिवहन की बस को हरी झंडी दिखाकर सेला सुरंग का उद्घाटन किया, जो इससे होकर गुजरी. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पेमा खांडू और केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरण रिजिजू भी मौजूद रहे.

सेला सुरंग न केवल तवांग सेक्टर में भारतीय सशस्त्र बलों की रक्षा तैयारियों को बढ़ावा देगी, बल्कि सीमा क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को भी बढ़ाएगी. यह अरुणाचल प्रदेश में बालीपारा-चारिद्वार-तवांग रोड पर सेला दर्रे के पार तवांग को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी.

पहले, सेला दर्रे के मार्ग में केवल सिंगल-लेन कनेक्टिविटी और जोखिम भरे रास्ते थे, जिसके कारण भारी वाहन और कंटेनर ट्रक तवांग नहीं जा पाते थे. एक बयान में कहा गया है कि कठिन इलाके और प्रतिकूल मौसम की चुनौतियों को पार करते हुए सुरंग का निर्माण कार्य केवल पांच सालों में पूरा किया गया है.

 

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