प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को 2020 बैच के नए आईएएस अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे थे. इस मौके पर उन्होंने अधिकारियों को Out of the Box सोच का महत्व समझाते हुए कहा कि देश को आने वाले समय में आगे बढ़ाने के लिए हमें इसकी जरूरत पड़ेगी. अधिकारियों को अपने अंदर सामान्य से अलग सोच रखने के साथ ही एक होलिस्टिक अप्रोच भी डेवलप करनी होगी.
इसके लिए उन्होंने केन्द्र सरकार के PM GatiShakti Master Plan का उदाहरण भी दिया. पीएम ने कहा कि ये योजना होलिस्टिक अप्रोच के साथ विकास को आगे बढ़ाने का बढ़िया उदाहरण है. इसी के साथ पीएम ने अधिकारियों से इनोवेशन के महत्व को समझने के लिए भी कहा और इसे देश के वर्क कल्चर का हिस्सा बनाने की बात कही.
One District, One Product पर करें फोकस
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर आईएएस अधिकारियों से 'एक जिला, एक उत्पाद' जैसी योजना पर फोकस करने के लिए कहा. साथ ही बोला कि वो आकांक्षी जिलों (Aspirational Districts) पर भी विशेष ध्यान दें. सरकार के ये कार्यक्रम उनके क्षेत्र के लिए निर्यात के अवसर खोलते हैं. वहीं आईएएस अधिकारियों को अपने कार्यक्षेत्र में लोकल कल्चर को समझने में ध्यान लगाना चाहिए. इससे उनका स्थानीय लोगों के साथ-साथ जमीनी स्तर पर जुड़ाव मजबूत होता है.
अब 'राजपथ' नहीं 'कर्तव्य पथ' की सोच
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मौके पर ये भी कहा कि सरकार में काम करने को लेकर सोच का बदलाव हुआ है. पहले ये 'राजपथ' की सोच के साथ चलायमान थी, जो अब बदलकर 'कर्तव्य पथ' पर आ गई है. उन्होंने अधिकारियों से अमृत काल के दौरान सरकार के 5 प्रणों के अनुरूप काम करने के लिए कहा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन सभी आईएएस अधिकारियों के साथ दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में बातचीत कर रहे थे. मौका आईएएस अधिकारियों का असिस्टेंट सेक्रेटरी प्रोग्राम 2022 पूरा होने का था.