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PM मोदी के 'मन की बात' की सेंचुरी आज, UN में भी होगा 100वें एपिसोड का टेलीकास्ट

प्रधानमंत्री मोदी के प्रसिद्ध रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 100 एपिसोड पूरे हो रहे हैं. 100वें एपिसोड का प्रसारण संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में भी किया जाएगा. इस खास मौके पर माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने भी पीएम मोदी को बधाई दी है. इस चर्चित रेडियो कार्यक्रम में अब तक पीएम मोदी ने 500 से अधिक भारतीयों से बात की है, जो असाधारण काम कर रहे हैं.

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मन की बात के पूरे हो रहे हैं 100 एपिसोड (फाइल फोटो)
मन की बात के पूरे हो रहे हैं 100 एपिसोड (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 30 अप्रैल को मन की बात करेंगे. खास बात यह है कि इस सन्डे होने वाली 'मन की बात' इसी शृंखला का 100वां एपिसोड होगा. इस 100वें एपिसोड को ऐतिहासिक बनाने के लिए खास तैयारियां की गई हैं. इस एपिसोड का लाइव प्रसारण देशभर में 4 लाख सेंटरों में होगा. देश भर के विभिन्न सामजिक संगठन, सिविल सोसायटी और अन्य संस्थाएं भी ‘मन की बात’ के इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाग लेने वाले हैं. यहां तक कि विश्व भर में प्रवासी भारतीय भी प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ के इस 100वें एपिसोड को सुनेंगे. 3 अक्टूबर 2014 को नौ साल पहले शुरू हुए इस विशेष रेडियो कार्यक्रम के रविवार को 100 एपिसोड पूरे हो जाएंगे. इन नौ सालों में 'मन की बात' में पीएम मोदी ने कई अनछुए पहलुओं को सामने रखा तथा साथ ही देश की जनता से सीधा संवाद किया है. 

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स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी
मन की बात @ 100' समारोह के दौरान एक स्मारक डाक टिकट और एक सिक्का भी जारी किया चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह अपने रेडियो कार्यक्रम के 100 वें एपिसोड का 'बेसब्री से इंतजार' कर रहे थे. इस पर माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने भी पीएम मोदी को बधाई दी है.

संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में सुनी जाएगी 'मन की बात'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 100वें एपिसोड का प्रसारण संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में भी किया जाएगा. इस खास मौके पर माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने भी पीएम मोदी को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा- "मन की बात ने महिलाओं के आर्थिक, सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, स्वच्छता और अन्य मुद्दों पर विकास के क्षेत्र में जागरूक किया है. " वहीं इस मौके पर यूएन ने ट्वीट में कहा- "ऐतिहासिक क्षण के लिए तैयार हो जाइए. पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपिसोड का लाइव प्रसारण UN मुख्यालय में ट्रस्टीशिप काउंसिल चैंबर में भी दिखाया जाएगा."

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न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी और लंदन में भी सुनी जाएगी 'मन की बात'
मन की बात के इस ऐतिहासिक एपिसोड को न्यू यॉर्क में भी सुना जाएगा. वहां के स्थानीय समयानुसार डेढ़ बजे इस कार्यक्रम का प्रसारण होगा. संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में रविवार को इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण ऐतिहासिक होगा. वहीं न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास, सामुदायिक संगठन के साथ मिलकर भारतीय-अमेरिकी और प्रवासी समुदाय के लिए न्यू जर्सी में रविवार डेढ़ बजे इस कार्यक्रम को प्रसारित किया जाएगा. कार्यक्रम को लंदन में भी सुना जाएगा.  

'मन की बात' पर क्या कहते हैं आंकड़े
IIM रोहतक ने ‘मन की बात’को लेकर एक स्टडी की है. यह स्टडी प्रसार भारती ने कराई है. इस स्टडी में सामने आया कि मन की बात को देश के 100 करोड़ लोग कम से कम एक बार सुन चुके हैं. 23 करोड़ लोग रेगुलर इस कार्यक्रम को सुनते हैं. इस स्टडी में सामने आया कि 17.6% लोग मन की बात को रेडियो पर सुनते हैं. 44.7% लोग TV और 37.6% लोग मोबाइल पर सुनते हैं.

500 से अधिक भारतीयों से कर चुके हैं बात
इस चर्चित रेडियो कार्यक्रम में अब तक पीएम मोदी ने 500 से अधिक भारतीयों से बात की है, जो असाधारण काम कर रहे हैं. मन की बात का 23 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों में अनुवाद किया जाता है. बीते 9 सालों में इस कार्यक्रम में मौसम, पर्यावरण, स्वच्छता, विभिन्न सामाजिक मुद्दों से लेकर परीक्षाओं तक से जुड़े कई विषयों को शामिल किया गया है. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कई खास और अनोखी चीजों के बारे में बात की हैं. 

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भारतीयों पर पड़ा है सकारात्मक प्रभाव
अभी बीते बुधवार को इस कार्यक्रम के सफल 100 एपिसोड को लेकर दिल्ली में एक सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें  फिल्मी जगत के अलावा हर फील्ड से 100 ऐसे लोगों को आमंत्रित किया गया था, जिनका जिक्र पीएम मोदी अपने रेडियो कार्यक्रम में कर चुके हैं. इनमें अभिनेता आमिर खान, भारत की पहली आईपीएस अधिकारी किरण बेदी, भारतीय मुक्केबाज़ निखत ज़रीन और अन्य लोग भी शामिल रहे थे. इस दौरान उन्होंने बताया कि कैसे इस एक कार्यक्रम का भारतीयों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है?

गेम चेंजर साबित हुए हैं पीएम मोदी के प्लान, बोले खिलाड़ी
निखत ज़रीन ने कहा था कि टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) और खेलो इंडिया कार्यक्रम गेम चेंजर साबित हुए हैं क्योंकि एथलीट फंड की चिंता किए बिना अपने खेल पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं. TOPS और खेलो इंडिया कार्यक्रम 2014 और 2018 में केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए थे. रियो पैरालंपिक रजत पदक विजेता दीपा मलिक भी पैनल का हिस्सा थीं. उन्होंने उस समय को याद किया, जब प्रधानमंत्री ने उनके साथ "चाय पर चर्चा" पर बात की थी. इसके अलावा उन्होंने याद किया कि यह पीएम मोदी ही थे जिन्होंने लोगों से विशेष रूप से विकलांगों के लिए 'दिव्यांग' शब्द का इस्तेमाल करने को कहा था.

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विकलांग नहीं, दिव्यांग कहिए, साल 2015 की मन की बात
प्रधानमंत्री ने 2015 के आखिरी “मन की बात’ कार्यक्रम में यह जरूरी बात कही थी. उन्होंने कहा था, ‘मेरे मन में कुछ-न-कुछ विचार चलते रहते हैं. यह विचार आया कि एकाध अंग ठीक से काम नहीं करता तो हम उसे विकलांग कहते हैं. लेकिन ईश्वर ने उन्हें कोई अतिरिक्त ताकत दी होती है. उस शक्ति को हम अपनी आंखों से नहीं देख पाते. लेकिन जब उन्हें काम करते देखते हैं तो हमारा ध्यान उनकी काबिलियत पर जाता है.’ मोदी ने इस दौरान अहमदाबाद के दृष्टिबाधित शिक्षक दिलीप चौहान का जिक्र किया था. दिलीप ने फोन पर प्रधानमंत्री को बताया था कि उन्होंने 2,000 छात्रों को विकलांगों की मदद के बारे में जागरूक किया और छात्रों ने इस पर आश्चर्यजनक उत्साह दिखाया है.

 

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