प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 100वें एपिसोड का आज प्रसारण किया जा रहा है. 'मन की बात' के लाइव प्रसारण के लिए देशभर में बूथ स्तर पर चार लाख सेंटर बनाए गए हैं, जहां रेडियो कार्यक्रम को प्रसारित किया जा रहा है.
-पीएम मोदी ने चरैवेति चरैवेति चरैवेति यानी चलते रहो-चलते रहो-चलते रहो की बात कही. उन्होंने कहा कि आज हम इसी चरैवेति चरैवेति की भावना के साथ ‘मन की बात’ का 100वां एपिसोड पूरा कर रहे हैं. हर एपिसोड में देशवासियों के सेवा और सामर्थ्य ने दूसरों को प्रेरणा दी है. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि एक तरह से ‘मन की बात’ का हर एपिसोड अगले एपिसोड के लिए जमीन तैयार करता है. 'मन की बात’ हमेशा सद्भावना, सेवा-भावना और कर्तव्य-भावना से ही आगे बढ़ा है.
-मेरा अटूट विश्वास है कि सामूहिक प्रयास से बड़े से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है. इस साल हम जहां आजादी के अमृतकाल में आगे बढ़ रहे हैं. वहीं जी-20 की अध्यक्षता भी कर रहे हैं. यह भी एक वजह है कि एजुकेशन के साथ-साथ डाइवर्स ग्लोबल कल्चर्स को समृद्ध करने के लिए हमारा संकल्प और मजबूत हुआ है.
-ऐसे ही हमने स्वच्छ सियाचिन, सिंगल यूज प्लास्टिक और ई-वेस्ट जैसे गंभीर विषयों पर भी लगातार बात की है. आज पूरी दुनिया पर्यावरण के जिस मुद्दे को लेकर इतना परेशान है, उसके समाधान में मन की बात के प्रयास बहुत अहम है.
-आज देश में टूरिज्म बहुत तेजी से ग्रो कर रहा है. हमारे ये प्राकृतिक संसाधन हों, नदियां, पहाड़, तालाब या फिर हमारे तीर्थ स्थल हों, उन्हें साफ रखना बहुत जरूरी है. ये टूरिज्म इंडस्ट्री की बहुत मदद करेगा. पर्यटन में स्वच्छता के साथ-साथ हमने इन्क्रिडिबल इंडिया मूवमेंट की भी कई बार चर्चा की है. इस मूवमेंट से लोगों को पहली बार ऐसे कितनी ही जगहों के बारे में पता चला, जो उनके आस-पास ही थे. मैं हमेशा ही कहता हूं कि हमें विदेशों में टूरिज्म पर जाने से पहले हमारे देश के कम से कम 15 टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर जरूर जाना चाहिए और यह डेस्टिनेशन जिस राज्य में आप रहते हैं, वहां के नहीं होने चाहिए आपके राज्य के बाहर के होने चाहिए.
-मेरे लिए मन की बात एक कार्यक्रम नहीं, आस्था, पूजा, व्रत है. जैसे लोग ईश्वर की पूजा करने जाते हैं. प्रसाद की थाल लाते हैं. मेरे लिए मन की बात ईश्वर रूपी जनता जनार्दन के चरणों में प्रसाद की थाल की तरह है. मन की बात मेरे मन की आध्यात्मिक यात्रा बन गया है. 'मन की बात' स्व से समष्टि की यात्रा है. अहं से वयं की यात्रा है. ये मैं नहीं तू ही संस्कार साधना है. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि 'मन की बात' की रिकॉर्डिंग के समय कई बार भावुक भी हुआ. इसकी वजह से कई बार दोबारा रिकॉर्डिंग की गई.
-प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम ने कभी मुझे आप लोगों से दूर नहीं होने दिया. जब मैं सीएम था, वहां लोगों से मिलना जुलना हो जाता था, लेकिन जब 2014 में दिल्ली आया तो मैंने पाया कि यहां का जीवन बहुत अलग है. दायित्व अलग, सुरक्षा का तामझाम, समय की सीमा, शुरुआती दिनों में कुछ अलग महसूस होता था. 50 साल पहले मैंने अपना घर इसलिए नहीं छोड़ा था कि एक दिन अपने ही देश के लोगों से संपर्क ही मुश्किल हो जाएगा. जो देशवासी मेरा सब कुछ है, मैं उनसे ही कट करके जी नहीं सकता था. 'मन की बात' ने मुझे इस चुनौती का समाधान दिया, सामान्य मानवी से जुड़ने का रास्ता दिया. पदभार और प्रोटोकॉल, व्यवस्था तक ही सीमित रहा और जनभाव, कोटि-कोटि जनों से साथ, मेरे भाव, विश्व का अटूट अंग बन गया.
-पीएम ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के साथ जब 'मन की बात' की तो इसकी चर्चा पूरे विश्व में हुई थी. 'मन की बात' मेरे लिए दूसरे के गुणों को पूजा करने की तरह रहा है. मेरे लिए ये कार्यक्रम दूसरे के गुणों से सीखने का बड़ा माध्यम बन गया है.
-पीएम मोदी ने कहा कि 'मन की बात' एक जन आंदोलन बन गया है. चाहे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम हो, स्वच्छता आंदोलन हो, खादी प्रेम हो या फिर प्रकृति की बात या आजादी का अमृत महोत्सव हो, जो भी 'मन की बात' कार्यक्रम से जुड़ा, वह जन आंदोलन बन गया.
- 'मन की बात' को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इसका हर एपिसोड खास रहा है. हर बार नए उदाहरण की नवीनता दिखाई दी. पीएम मोदी ने कहा कि 'मन की बात' कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से लोग जुड़े, हर आयु वर्ग के लोग जुड़े.
देश ही हर विधानसभा में कम से कम 100 जगहों का चुनाव हुआ है, जिसमें स्थानीय सांसद, विधायक, पार्टी पदाधिकारी शामिल हो रहे हैं. बीजेपी की ओर से दावा किया गया है कि कई सामाजिक संगठन भी इन जगहों पर शामिल होंगे. इसके साथ ही प्रवासी भारतीय भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत बीजेपी के शीर्ष नेता देश के अलग-अलग स्थानों पर 'मन की बात' को सुन रहे हैं.
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी जानकारी
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम को लेकर ट्वीट करते हुए कहा, 'Mann Ki Baat के 100वें एपिसोड को सुनें. यह वास्तव में एक विशेष यात्रा रही है, जिसमें हमने भारत के लोगों की सामूहिक भावना का जश्न मनाया है और प्रेरक जीवन यात्राओं पर प्रकाश डाला है.'
सीएम योगी कर्नाटक, स्मृति ईरानी रायबरेली में
कर्नाटक चुनाव प्रचार में जुटे सीएम योगी मन की बात कार्यक्रम को वहीं से सुनेंगे. उन्होंने ट्वीट कर कहा,'आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी की मन की बात को सुनना अत्यंत प्रेरणादायी, उत्साहवर्धक एवं दिव्य अनुभूति से अभिसिंचित करने वाला होता है. मैं कर्नाटक से 'मन की बात' के 100वें एपिसोड को सुनूंगा.' वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी रायबरेली जिले में हैं, वह अमेठी लोकसभा क्षेत्र से कार्यक्रम को सुनेंगी. इसके अलावा यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल राजभवन में अन्य लोगों के साथ कार्यक्रम को सुनेंगी.