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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा का शुक्रवार को निधन हो गया. वे 100 साल की थीं. हीरा बा ने अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में सुबह 3.30 बजे अंतिम सांस ली. हीरा बा पंकज मोदी के साथ गुजरात के गांधीनगर में रहती थीं. वे एक बार मई 2016 में बेटे नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आधिकारिक प्रधानमंत्री आवास पहुंची थीं. इस दौरान पीएम मोदी ने उन्हें व्हीलचेयर पर बैठाकर पूरी पीएम आवास घुमाया था.
पीएम मोदी ने ट्वीट कर बताया था कि उनकी मां पहली बार 7 आरसीआर आई थीं. पीएम ने ट्वीट कर कुछ तस्वीरें शेयर की थीं. इसमें वे अपनी मां को व्हीलचेयर से घुमाते नजर आए थे. पीएम मोदी ने बताया था कि मेरी मां गुजरात लौट गईं. उनके साथ काफी दिनों के बाद हमने शानदार समय बिताया. मां पहली बार 7 आरसीआर आई थीं.
पीएम मोदी का मां से रहा खास लगाव
पीएम मोदी का अपनी मां से खास लगाव रहा है. यही वजह है कि जब भी कोई खास मौका होता, या पीएम मोदी गुजरात के दौरे पर होते, तो वे समय निकाल कर अपनी मां से मिलने जाते थे. पीएम मोदी कई बार सार्वजानिक मंच पर अपनी मां का जिक्र करते रहे हैं. कई बार तो पीएम मोदी उनके संघर्षों को याद कर भावुक हो जाते थे.
पीएम ने निधन पर जताया दुख
पीएम मोदी ने ट्वीट कर मां हीरा बा को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने लिखा, मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि કામ કરો બુદ્ધિથી, જીવન જીવો શુદ્ધિથી यानि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से.
पीएम ने लिखा, शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम... मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है.
100वें जन्मदिन पर पीएम ने मां के लिए लिखा था ब्लॉग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा जून में ही 100 साल की हुई थीं. हीरा बा के 100वें जन्मदिन पर पीएम मोदी गांधीनगर में उनसे मिलने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मां हीरा बा का आशीर्वाद लिया था और उनकी पूजा-अर्चना भी की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मां के पैर पखारे और गिफ्ट में शॉल दी थी.
इस दौरान पीएम मोदी ने भावनात्मक ब्लॉग भी लिखा था. इसमें उन्होंने अपनी मां के साथ बिताए हुए कुछ पलों को याद किया था. उन्होंने मां द्वारा किए गए बलिदानों को याद किया और अपनी मां की विभिन्न खूबियों का जिक्र किया था, जिससे उनके मस्तिष्क, व्यक्तित्व और आत्मविश्वास को स्वरूप मिला.
पीएम मोदी ने लिखा था, ''मेरी मां जितनी सरल हैं, उतनी ही असाधारण हैं. बिल्कुल दूसरी सभी माताओं की तरह.'' छोटी सी उम्र में ही, पीएम मोदी की मां ने अपनी मां को खो दिया था. उन्होंने कहा, ''उन्हें मेरी नानी का चेहरा या उनकी गोद तक याद नहीं है. उन्होंने अपना पूरा बचपन अपनी मां के बिना बिताया है.''
पीएम ने बताया था कि कैसे उनकी मां न सिर्फ घर के सभी काम किया करती थीं बल्कि कम घरेलू आय की भरपाई के लिए भी काम करती थीं. वह कुछ घरों में बर्तन माजा करती थीं और घरेलू खर्च में मदद के उद्देश्य से चरखा चलाने के लिए समय निकालती थीं.