पंजाब के NRI मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारतीयों के निर्वासन के संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात करने का आग्रह किया. उन्होंने ये बातें अवैध अप्रवासियों के साथ एक अमेरिकी विमान के अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंचने के कुछ घंटों बाद कहीं. धालीवाल ने हवाई अड्डे पर आए कुछ निर्वासित लोगों से बात भी की.
दरअसल, 104 अवैध अप्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान बुधवार दोपहर को अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा. ट्रंप सरकार ने पहली बार भारतीयों को निर्वासित किया है और ये निर्वासित लोगों का पहला जत्था था.
'पांच प्रदेशों के 104 लोग निर्वासित'
सूत्रों ने बताया कि निर्वासित लोगों में पंजाब के 30, हरियाणा के 33, गुजरात के 33, महाराष्ट्र के तीन, उत्तर प्रदेश के तीन और चंडीगढ़ के दो लोग शामिल हैं. अमृतसर में मीडिया से बात करते हुए धालीवाल ने कहा कि हवाई अड्डे पर निर्वासित लोगों की आव्रजन प्रक्रिया चल रही है.
उन्होंने कहा कि कुल 104 भारतीयों को अमेरिका से निर्वासित किया गया और उनमें से 30 पंजाब के हैं. उन्होंने कहा, 'सभी नागरिक लंबी उड़ान कर स्वदेश लौटे हैं और सभी स्वस्थ और ठीक है. पहले बैच में पंजाब के लोगों की कागजी कार्रवाई पूरी की गई. इसके बाद हरियाणा, गुजरात और अन्य राज्यों के लोगों की आव्रजन प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा.'
ट्रंप से बात करें पीएम मोदी
धालीवाल ने निर्वासन को बहुत गंभीर बताते हुए केंद्र और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे को हल करने के लिए ट्रंप से बात करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि पीएम मोदी कहते थे कि 'ट्रंप मेरे दोस्त हैं. उन्होंने अमेरिका में सितंबर 2019 में पिछले चुनावों के दौरान ट्रंप के लिए प्रचार भी किया था. ये अंतरराष्ट्रीय मुद्दे हैं और इन पर उसी स्तर पर चर्चा, समाधान किया जा सकता है.
धालीवाल ने कहा, 'मैं पीएम मोदी से आग्रह करता हूं कि इस वक्त कई भारतीयों के सिर पर निर्वासन और जेल की तलवार लटक रही है और उन्हें उनका हाथ पकड़कर ट्रंप के साथ बैठना चाहिए और इस मुद्दे का समाधान निकालना चाहिए.'
धालीवाल ने कहा कि वह पंजाब के कुछ युवाओं से मिले और उनसे उन ट्रैवल एजेंटों के बारे में पूछा, जिन्होंने उन्हें अमेरिका भेजा था.
मंत्री ने कहा, 'उनमें से ज्यादातर ने कहा है कि एजेंट दुबई से थे और उन्होंने फोन के जरिए उनसे बात की थी. मुझे उन कुछ लोगों के लिए बुरा लग रहा है, जिनके पास कनाडा का वीजा था और दूसरे देशों का वीजा था. लेकिन जब वे वहां (अमेरिका) पहुंचे तो उनके सामने परेशानी खड़ी हो गई.'
मंगलवार को धालीवाल ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने वाले निर्वासित लोगों को स्थायी निवास दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा था कि कई भारतीयों ने वर्क परमिट पर अमेरिका में प्रवेश किया जो बाद में खत्म हो गया, जिससे वह अवैध अप्रवासी बन गए.
मंत्री ने कहा कि वह अमेरिका में रहने वाले पंजाबियों की चिंताओं और हितों पर चर्चा करने के लिए अगले हफ्ते विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलने की योजना बना रहे हैं.