राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी ने आज संसद को संबोधित किया. लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा, 'कल मैं देख रहा था कुछ लोगों के भाषण के साथ पूरा इकोसिस्टम उछल रहा था.' प्रधानमंत्री ने कहा, विपक्ष के नफरत का भाव बाहर आ गया है. PM मोदी ने कहा- देश में कुछ लोग निराशा में डूबे, देश की प्रगति को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में देश की उपलब्धियां तो गिनाई हीं, साथ ही विपक्ष पर भी निशाना साधा. पीएम ने कहा, आज पूरे विश्व में भारत को लेकर पॉजिटिविटी, आशा, भरोसा है. ये खुशी की बात है कि आज भारत को G20 की अध्यक्षता का अवसर मिला है. ये देश और 140 करोड़ देशवासियों के लिए गौरव की बात है लेकिन मुझे लगता है कि शायद इससे कुछ लोगों को दुख है. वे आत्मनिरीक्षण करें कि वे कौन लोग हैं.
निराशावादी लोग नहीं स्वीकार कर पा रहे इस देश की प्रगति
पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा कि भारत में नई संभावनाएं हैं. कइ लोगों को यह बात समझने में देर लग जाएगी, लेकिन भारत सप्लाई चेन के मामले में आगे बढ़ गया है. भारत मैन्यूफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित हो रहा है. दुनिया भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देख रही है. निराशा में डूबे हुए कुछ लोग इस देश की प्रगति को स्वीकार ही नहीं कर पा रहे हैं. 140 करोड़ देशवासियों के पुरुषार्थ और परिश्रम उपलब्धि उन्हें नजर नहीं आ रही.
स्टार्टअप के मामले में तीसरे नंबर पर भारत
पीएम ने कहा, पिछले नौ वर्ष में भारत में 90 हजार स्टार्टअप आए हैं. आज स्टार्टअप के मामले में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. बहुत बड़ा स्टार्टअप ईकोसिस्टम देश की टियर-3 शहरों तक पहुंच चुका है. इतने कम समय में और कोरोना के विकट कालखंड में 108 यूनिकॉर्न बने. एक यूनिकॉर्न यानी छह-सात हजार करोड़ से ज्यादा का मूल्य है. आज भारत दुनिया में मोबाइल बनाने में दूसरा बड़ा देश बन गया है. घरेलू विमान यात्रियों के मामले में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं.
'देश में 2004 से 2014 तक घोटालों का दशक रहा'
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान UPA सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कांग्रेस सरकार के समय को घोटालों का दशक बताया. पीएम मोदी ने कहा, 2004 से 2014 आजादी के बाद सबसे अधिक घोटालों का दशक रहा. वहीं 10 साल कश्मीर से कन्याकुमारी, भारत के हर कोने में आतंकी हमले होते रहे. पीएम ने कहा, यही सूचना चलती रही कि अनजानी चीज को हाथ मत लगाना. 10 साल में कश्मीर से नॉर्थ ईस्ट तक हिंसा ही हिंसा. ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत की आवाज इतनी कमजोर थी कि दुनिया सुनने को तैयार नहीं थी. इनकी निराशा का कारण ये भी है कि आज जब देश के 140 करोड़ लोगों को सामर्थ्य खिल रहा है. 2004 से 2014 तक इन्होंने वो अवसर गंवा दिया और हर मौके को मुसीबत में पलट दिया.
पीएम ने इस दौरान हेलीकॉप्टर घोटाला, कोयला स्कैम, आतंकी हमला, डबल डिजिट में महंगाई जैसे मुद्दे पर UPA सरकार को घेरा. पीएम मोदी ने कहा, 2014 से पहले लॉस्ट डिकेड (Decade) था, लेकिन 2030 तक इंडियास डिकेड (India's Decade) होगा.
घोटालों के कारण दुनिया में देश की हुई बदनामी- पीएम
पीएम मोदी ने यूपीए सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब न्यूक्लियर डील पर बात हो रही थी, तब ये नोट फॉर वोट में उलझे थे. पीएम मोदी ने 2जी, कोल स्कैम का भी जिक्र किया और कहा कि घोटालों के कारण दुनिया में देश बदनाम हुआ. उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 के दशक में देश का बहुत नुकसान हुआ. 2030 का दशक भारत का है. पीएम मोदी ने कहा कि इनमें आतंक पर पलटवार करने का साहस नहीं था. देश के नागरिकों का 10 साल तक खून बहा.
विपक्ष ने आरोपों में गंवा दिए 9 साल- पीएम मोदी
उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है. लोकतंत्र हमारी रगों में है. आलोचना होनी चाहिए लेकिन इन्होंने नौ साल आरोप में गंवा दिए. चुनाव हार जाएं तो ईवीएम को दोष, भ्रष्टाचार की जांच हो तो एजेंसियों को गाली. उन्होंने कहा कि ईडी का धन्यवाद करना चाहिए कि उसने इन लोगों को एक मंच पर ला दिया है. जो काम देश के मतदाता नहीं कर पाए.
'सभी ने अपनी समझ के हिसाब से बात की'
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने आदिवासी समाज का गौरव बढ़ाया है. उनके भाषण में संकल्प से सिद्धि तक का खाका खींचा गया है. उनके भाषण ने एक प्रकार से देश को प्रेरणा भी दी. यहां सभी ने इस चर्चा में हिस्सा लिया. सभी ने अपनी प्रवृत्ति और समझ के हिसाब से बात की. इससे उनके इरादे भी प्रकट हुए. देश की जनता ने सब कुछ देखा.
पीएम के भाषण से पहले BRS ने किया वॉकआउट
प्रधानमंत्री का संबोधन शुरू होने से पहले सदन में विपक्षी सदस्यों ने अडानी मुद्दे पर जेपीसी जांच की मांग को लेकर तख्तियां लहराईं. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने टोका और कहा कि आपको नेम किया जा सकता है. इसके बाद बीआरएस के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया.
पीएम मोदी ने संसद में कहा, 'मैं कल देख रहा था. कुछ लोगों के भाषणों के बाद कुछ लोग खुशी से कह रहे थे, 'ये हुई ना बात.' शायद वे अच्छी तरह से सोए और (समय पर) नहीं उठ सके. उनके लिए कहा गया है, 'ये कह कह के हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं.'
खास जैकेट में संसद पहुंचे पीएम मोदी
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज खास जैकेट में संसद पहुंचे हैं. पीएम मोदी नीले रंग की जैकेट में सुबह राज्यसभा में पहुंचे. ये जैकेट प्लास्टिक की बोतलों पीईटी से बनी है. इन बोतलों को रिसाइकल कर जैकेट बनाई गई है. पीएम को ये जैकेट इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने बेंगलुरु में इंडिया एनर्जी वीक के दौरान भेंट की थी. ऐसी दस करोड़ बोतलों को रिसाइकल करने का लक्ष्य रखा गया है. पेट्रोल पंप के असिस्टेंट को यही जैकेट दी जाएंगी.