प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नास्कॉम टेक्नॉलॉजी एंड लीडरशिप फोरम (एनटीएलएफ) को संबोधित करते हुए आईटी सेक्टर की उपयोगिता बताई. उन्होंने ये भी कहा कि कैसे डिजिटल टेक्नॉलोजी ने सरकार और आम आदमी के बीच की दूरी को कम कर दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि जितना डिजिटल ट्रांजैक्शन ज्यादा हो रहा है, कालेधन के स्त्रोत उतने ही कम हो रहे हैं.
आईटी सेक्टर की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो समाधान आपने दिए हैं उन्हें हमने सरकार का हिस्सा बनाया है और डिजिटल टेक्नॉलोजी ने सामान्य आदमी को भी सरकार से जोड़ा है. आज डेटा को भी डेमोक्रेटाइज किया गया है और लास्ट माइल सर्विस भी प्रभावी हुई है. पीएम मोदी ने कहा कि सैकड़ों सरकारी सर्विस की डिलीवरी ऑनलाइन की जा रही है. इससे सुविधा के साथ साथ करप्शन से भी राहत मिली है.
टेक्नॉलोजी को सरकार के कामकाज में पारदर्शिता के लिए अहम बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रोजेक्ट्स हों या गरीबों के घर, हर प्रोजेक्ट्स की जिओ टैगिंग की जा रही है, ताकि वो समय पर पूरे किए जा सकें. यहां तक कि आज गांवों के घरों की मैपिंग ड्रोन से की जा रही है, टैक्स से जुड़े मामलों में भी ह्यूमेन इंटरफेस को कम किया जा रहा है.
NASSCOM फोरम के आयोजन पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ''इस बार ये फोरम काफी विशेष है, क्योंकि ये ऐसा समय है जब दुनिया भारत के प्रति ज्यादा देख रही है. कोरोना के दौरान भारत के ज्ञान विज्ञान और टेक्नॉलोजी ने न खुद को साबित किया है, बल्कि इवॉल्व भी किया है. एक समय था जब हम स्मालपॉक्स के टीके के लिए भी दूसरों पर निर्भर थे और एक समये ये है कि जब हम दुनिया को कोराना की वैक्सीन दे रहे हैं. हमने कोरोना के दौरान जो फॉर्मूले दिए हैं वो पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा हैं. भारत की आईटी इंडस्ट्री ने इस दौरान कमाल करके दिखाया है.''
बंधनों से बाहर निकालने का प्रयास
पीएम मोदी ने कहा कि कोराना काल में भी आईटी सेक्टर ने 4 बिलियन डॉलर जोड़े हैं जो प्रशंसनीय है. इस दौरान लाखों नए रोजगार देकर आईटी इंडस्ट्री ने साबित किया है कि वो भारत के विकास का मजबूत पिलर क्यों हैं.
पीएम ने कहा, ''हमारी सरकार ये भलीभांति जानती है कि बंधनों में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं हो सकती है. इसलिए सरकार द्वारा Tech Industry को अनावश्यक रेगुलेशन से, बंधनों से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है.''
एनटीएलएफ (NTLF) के इस 29वें सम्मेलन का आयोजन 17 से 19 फरवरी तक होना है. तीन दिवसीय यह सम्मेलन नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनीज़ (NASSCOM) का अग्रणी आयोजन है. इस साल का विषय, 'शेपिंग द फ्यूचर टूवर्ड्स ए बेटर नॉर्मल' है. यानी कोरोना काल के बाद जिंदगी को ट्रैक पर लाने को लेकर दुनिया के महानुभाव विचार साझा करेंगे. इस आयोजन में 30 से अधिक देशों के 1600 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे और तीन दिन के आयोजन के दौरान 30 प्रोडक्ट दिखाए जाएंगे.