पीएम मोदी ने कहा कि जब तक सफलता पूरी न मिल जाए, लापरवाही नहीं करनी चाहिए. जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती, हमें कोरोना से अपनी लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है. बरसों बाद हम ऐसा होता देख रहे हैं कि मानवता को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम हो रहा है. अनेक देश इसके लिए काम कर रहे हैं. हमारे देश के वैज्ञानिक भी वैक्सीन के लिए जी-जान से जुटे हैं. भारत में अभी कोरोना की कई वैक्सीन्स पर काम चल रहा है. इनमें से कुछ अडवान्स स्टेज पर हैं. कोरोना की वैक्सीन जब भी आएगी, वो जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचे इसके लिए भी सरकार की तैयारी जारी है. एक-एक नागरिक तक वैक्सीन पहुंचे, इसके लिए तेजी से काम हो रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि एक कठिन समय से निकलकर हम आगे बढ़ रहे हैं. थोड़ी सी लापरवाही हमारी गति को रोक सकती है, हमारी खुशियों को धूमिल कर सकती है. जीवन की जिम्मेदारियों को निभाना और सतर्कता ये दोनो साथ-साथ चलेंगे तभी जीवन में खुशियां बनी रहेंगी. मैं आज मीडिया और सोशल मीडिया के साथियों से कहना चाहता हूं कि आप जागरूकता लाने के लिए इन नियमों का पालन करने के लिए जितना जन-जागरण अभियान करेंगे. ये आपकी तरफ से देश की बहुत बड़ी सेवा होगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कई लोगों ने अब सावधानी बरतना बंद कर दिया है. ये ठीक नहीं है. अगर आप लापरवाही बरत रहे हैं, बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं, तो आप अपने आप को, अपने परिवार को, अपने परिवार के बच्चों को, बुजुर्गों को उतने ही बड़े संकट में डाल रहे हैं.
Recently, we saw many photos & videos where it is clearly seen that people are not careful anymore. This isn't right. If you step out without mask, you put your families at risk. We must remember - whether it is America or Europe, cases declined & then there was sudden spike: PM pic.twitter.com/RrrjjpwvUO
— ANI (@ANI) October 20, 2020
पीएम मोदी ने कहा कि हमें ये भूलना नहीं है कि लॉकडाउन भले चला गया हो, वायरस नहीं गया है. बीते 7-8 महीनों में, प्रत्येक भारतीय के प्रयास से, भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में हैं, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है और अधिक सुधार करना है. आज देश में रिकवरी रेट अच्छी है. दुनिया के साधन-संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है. कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में टेस्ट की बढ़ती संख्या हमारी एक बड़ी ताकत रही है. सेवा परमो धर्म: के मंत्र पर चलते हुए हमारे डॉक्टर्स, नर्स इतनी बड़ी आबादी की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं. इन सभी प्रयासों के बीच, ये समय लापरवाह होने का नहीं है. ये समय ये मान लेने का नहीं है कि कोरोना चला गया, या फिर अब कोरोना से कोई खतरा नहीं है.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जनता कर्फ्यू से लेकर आज तक हम सभी भारतीयों ने एक बहुत लंबा सफर तय किया है. समय के साथ आर्थिक गतिविधियों में भी धीरे-धीरे तेजी नजर आ रही है. हम में से अधिकांश लोग, अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए, फिर से जीवन को गति देने के लिए, रोज घरों से बाहर निकल रहे हैं. त्योहारों के इस मौसम में बाजारों में भी रौनक धीरे-धीरे लौट रही है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी क्या बोलेंगे, इस तरह की चीजों की भविष्यवाणी करने की क्षमता नहीं है. मैं पीएम मोदी से सुनना चाहूंगा कि वह चीनी सैनिकों के बारे में क्या बोलेंगे. राहुल गांधी ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि दुनिया में ऐसा कोई देश है, जो अपनी जमीन पर घुसपैठ पर चुप रहेगा. मैं चाहूंगा कि पीएम इस पर बताएं. मैं आपको गारंटी देता हूं कि पीएम के पास आपको बताने के लिए कुछ नहीं है.
पीएम मोदी के संबोधन से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 6 बजे के संबोधन में आप देश को वो तारीख जरूर बताएं, जब चीन को हमारे क्षेत्र से आप बाहर फेंकेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार दोपहर को ट्वीट किया, ‘आज शाम 6 बजे राष्ट्र के नाम संदेश दूंगा, आप जरूर जुड़ें’.
आज शाम 6 बजे राष्ट्र के नाम संदेश दूंगा। आप जरूर जुड़ें।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 20, 2020
Will be sharing a message with my fellow citizens at 6 PM this evening.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन ऐसे वक्त में हो रहा है, जब देश में कुल कोरोना केस की संख्या 76 लाख के करीब है और इस महामारी से एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. हालांकि, कुछ दिनों में देश में एक्टिव केस की संख्या घटी है. वहीं देश अब अनलॉक की प्रक्रिया में चल रहा है और लगातार बाजार, सिनेमा हॉल, स्कूल जैसी सुविधाएं खुलने लगी हैं और त्योहार भी नजदीक हैं, ऐसे में हर किसी से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है. त्योहारों से पहले पीएम मोदी आम लोगों से सावधानी की बात और नियमों का पालन करने की अपील कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना संकट काल में आज से पहले देश को कुल 6 बार संबोधित कर चुके हैं और ये सातवां अवसर है, जब पीएम देशवासियों से बात करेंगे. कोरोना काल में पीएम मोदी ने सबसे पहले 19 मार्च को देश को संबोधित किया था. तब उन्होंने जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था. इसके बाद 24 मार्च को पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया था. उन्होंने इस दिन देश में पहले लॉकडाउन की घोषणा की थी. जिसमें 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया. इसी से दुनिया के सबसे सख्त और लंबे लॉकडाउन की शुरुआत हुई.