प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में राष्ट्रपति भवन के ऑडिटोरियम में मंगलवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में कहा कि यह बैठक नहीं, बल्कि चिंतन शिविर है. उन्होंने गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर को याद करते हुए कहा कि जीवन ही सहजता है.
उन्होंने कहा कि एक दूसरे के साथ विचारों का आदान-प्रदान हमेशा करें. एक-दूसरे के अच्छें कामों से सीखना चाहिए. वहीं, धर्मेंद्र प्रधान और मनसुख मंडविया ने टाइम मैनेजमेंट के साथ-साथ अपने कामों को तेजी से कैसे किया जाए इस पर प्रेजेंटेशन दीं. वहीं, सभी मंत्रियों से अमृत महोत्सव के लिए आइडियाज मांगे गए हैं.
केंद्रीय मंत्रिपरिषद की यह बैठक आज दोपहर में शुरू हुई थी, जोकि रात तक चली. बैठक से पहले सूत्रों ने बताया था कि प्रधानमंत्री मोदी इस बैठक में मंत्रियों से सरकार की नीतियों को जनता तक ले जाने की बात कह सकते हैं. इसके साथ ही जूनियन मंत्रियों से नीति निर्माण और मंत्रिस्तरीय कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेने के भी निर्देश दे सकते हैं. बैठक में मोदी सरकार के कई अहम मंत्री शामिल हुए.
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ही अलीगढ़ का दौरा किया जहां पर उन्होंने राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी का शिलान्यास किया. उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा मुस्लिम ताले वाले का भी जिक्र किया, जो उनके पिता के दोस्त होते थे.
उन्होंने कहा कि अलीगढ़ के ताले के मुस्लिम सेल्समैन हर तीन महीने पर उनके गांव जाते थे. उन्होंने कहा, ''उन सेल्समैन की मेरे पिताजी से अच्छी दोस्ती थी. जब भी आते थे तो दो-चार दिन तक गांव में रुकते थे. वहीं, बुधवार को पीएम मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक भी होने वाली है, जिसके बाद फैसलों के बारे में सरकार के मंत्री जानकारी देंगे. संसद टीवी की लॉन्चिंग भी बुधवार को ही होनी है.