प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को डेनमार्क के कोपेनहेगन में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया. पीएम मोदी ने भारत और डेनमार्क के ऐतिहासिक द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की तो साथ ही दोनों देशों के बीच बढ़ती भागीदारी और इसकी संभावनाओं को लेकर भी बात की. पीएम मोदी ने भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए भारत की विशेषताओं पर भी बात की और भारतीय मूल के लोगों को एक टास्क भी दे दिया.
पीएम मोदी ने भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश आजादी के 75 साल पूरे होने पर अमृत महोत्सव मना रहा है. उन्होंने कहा कि पहली बार डेनमार्क आया हूं. आपसे कुछ मांगू? पीएम मोदी मोदी ने लोगों से सीधा संवाद स्थापित करते हुए कहा कि मांगने पर देंगे न. कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने हां देंगे बोला जिसके बाद उन्होंने कहा कि आपके बहुत सारे गैर भारतीय मित्र भी होंगे. पीएम ने कहा कि आप ये संकल्प लीजिए कि हर साल पांच गैर भारतीयों को हिंदुस्तान देखने के लिए भेजेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप अपने विदेशी दोस्तों को भारत के अलग-अलग राज्यों की, इलाकों की खूबसूरती बताकर उन्हें ये जगह देखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं. ये काम कोई एक राजदूत नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि ये काम तो आप जैसे लाखों राष्ट्रदूत ही कर सकते हैं. पीएम ने उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्व से लेकर पश्चिम तक, भारत के अलग-अलग हिस्सों के प्राकृतिक सौंदर्य और विशेषताओं की भी चर्चा की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान अतीत की भी बात की. पीएम मोदी ने भारत के गौरवशाली अतीत की चर्चा करते हुए कहा कि पहले लोग भारत देखने के लिए पैदल ही निकल पड़ते थे. लोग लंबी यात्रा कर भारत को देखने के लिए जाते थे. उन्होंने 'चलो इंडिया' नारा देते हुए कहा कि अगर आपने ऐसा कर दिया, एक-एक भारतीय ने पांच-पांच गैर भारतीयों को भारत देखने के लिए भेज दिया तो फिर दुनिया में एक ही डेस्टिनेशन होगा- चलो इंडिया.
हल्के-फुल्के अंदाज में नजर आए पीएम मोदी
पीएम मोदी कोपेनहेगन में भारतीयों को संबोधित करते हुए हल्के-फुल्के अंदाज में भी नजर आए. उन्होंने भारतीय नागरिकों से जब पांच गैर भारतीय मित्रों को भारत देखने के लिए भेजने का वादा लिया, तब हल्के-फुल्के अंदाज में ये भी कहा कि अब ये मत कहने लगना कि साहब सीधी फ्लाइट नहीं है. पीएम मोदी की इस बात पर कार्यक्रम में मौजूद भारतीय नागरिक भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए.