विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की तरफ से कांग्रेस ने बुधवार को संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया गया है. इसी बीच पीएम मोदी का साल 2019 का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में प्रधानमंत्री लोकसभा को संबोधित कर रहे हैं. इसमें वह मजाक में विपक्षी दलों से कह रहे हैं कि विपक्ष 2023 में इस तरह का प्रस्ताव लाने के लिए कड़ी मेहनत करें. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने पीएम मोदी के भाषण के इस हिस्से का वीडियो शेयर किया है.
PM मोदी ने साल 2019 में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के जवाब में विपक्ष से कहा था कि मैं आपको शुभकामनाएं देना चाहता हूं कि आप इतनी तैयारी करें कि आपको 2023 में फिर से अविश्वास लाने का मौका मिले. बता दें कि बीजेपी ने 2019 के चुनावों में बड़ी जीत हासिल की थी, साल 2014 के आम चुनावों में जहां बीजेपी ने 282 सीटें जीती थीं तो 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने 303 सीटों पर परचम फहराया था.
VIDEO: PM Sh @narendramodi had made a prediction 5 years back about the opposition bringing a No confidence motion! pic.twitter.com/dz8McicQ40
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) July 26, 2023
एक विपक्षी सदस्य को जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि यह अहंकार का परिणाम था कि 2014 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की सीटें एक समय में 400 से गिरकर लगभग 40 हो गईं. उन्होंने कहा था कि यह सेवा की भावना के कारण ही था कि भाजपा दो सीटों से जीतकर अपने दम पर सत्ता में पहुंची. इससे पहले मोदी सरकार को 2018 में अपने पहले कार्यकाल के दौरान अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा था. हालांकि यह प्रस्ताव फेल हो गया था, क्योंकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को लोकसभा में मजबूत बहुमत प्राप्त था.
कांग्रेस और KCRआर की पार्टी ने केंद्र के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने बुधवार को मणिपुर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग करते हुए नोटिस दिया. लोकसभा में कांग्रेस के नेता गौरव गोगोई ने लोकसभा महासचिव के कार्यालय को एक नोटिस सौंपा. वहीं, अविश्वास प्रस्ताव के लिए एक अलग नोटिस भारत राष्ट्र समिति (BRS) के नागेश्वर राव ने स्पीकर को सौंपा.
कांग्रेस ने कहा कि सरकार पर से लोगों को भरोसा टूट रहा है. हम चाहते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी मणिपुर हिंसा पर कुछ बोलें लेकिन वह बात ही नहीं सुनते. पीएम सदन के बाहर तो बात करते हैं लेकिन सदन में कुछ नहीं बोलते. दरअसल, विपक्षी दल मणिपुर हिंसा के मामले में बीजेपी सरकार को चौतरफा घेरने की कोशिश कर रहा है.