क्रिसमस 2021 (Christmas Day 2021) के मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सैंटा क्लॉज (Santa Claus) की भूमिका में नजर आए. पीएम ने 15 से 18 साल की उम्र के किशोरों के लिए वैक्सीनेशन के उपहार का ऐलान कर दिया. कोरोना वायरस के खिलाफ सबसे बड़े सुरक्षा कवच की घोषणा से स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों के बीच खुशी का माहौल है. विपक्ष ने भी प्रधानमंत्री के इस क्रिसमस गिफ्ट का स्वागत किया और प्रसन्नता जताई है.
क्रिसमस की संध्या पर पीएम मोदी ने कहा कि नए साल में 3 जनवरी से 15 से 18 साल की आयु के बीच के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया जाएगा. साथ ही 10 जनवरी से हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स समेत अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 साल की उम्र से ऊपर के लोगों को डॉक्टर्स की सलाह पर एहतियात टीके (Precaution Dose) की खुराक दिए जाने की शुरुआत की जाएगी. पीएम ने बूस्टर डोज का नाम न देकर इसे प्रीकॉशन डोज का नाम दिया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि आज भारत की वयस्क जनसंख्या में से 61 प्रतिशत से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. इसी तरह, वयस्क जनसंख्या में से लगभग 90 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की एक डोज लगाई जा चुकी है. उन्होंने कहा कि भारत ने इस साल 16 जनवरी से अपने नागरिकों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया था. ये देश के सभी नागरिकों का सामूहिक प्रयास और सामूहिक इच्छाशक्ति है कि आज भारत 141 करोड़ वैक्सीन डोज के अभूतपूर्व और बहुत मुश्किल लक्ष्य को पार कर चुका है.
विपक्ष ने किया स्वागत
प्रधानमंत्री की इस घोषणा का विपक्षी दलों के नेताओं ने खुले दिल से स्वागत किया है और खुशी जाहिर की है. इस सूची में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके मंत्री पुत्र आदित्य ठाकरे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत अन्य नेता शामिल हैं.