देश में कोविड-19 और H3N2 इन्फ्लुएंजा की स्थिति का आंकलन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को एक उच्च-स्तरीय बैठक की. इस बैठक में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और इंफ्रास्ट्रक्चर, टीकाकरण अभियान की स्थिति, नए कोविड-19 वेरिएंट्स और इन्फ्लुएंजा के मामलों पर चर्चा हुई. यह उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक देश में इन्फ्लुएंजा के मामलों में वृद्धि और पिछले 2 हफ्तों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि के चलते हुई.
स्वास्थ्य सचिव MoHFW द्वारा भारत में बढ़ते मामलों सहित ग्लोबल कोविड-19 स्थिति को कवर करते हुए एक व्यापक प्रजेंटेशन दी गई. इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री को बताया गया कि इस सप्ताह में भारत में नए मामलों में मामूली बढ़ोतरी देखी जा रही है. देश में औसत मामले 888 और साप्ताहिक पॉजिटिविटी 0.98% दर्ज की गई है. हालांकि, ग्लोबल लेवल पर 1.08 लाख दैनिक औसत मामले दर्ज किए गए हैं.
22 दिसंबर 2022 को हुई पिछली कोविड-19 रिव्यू मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों पर की गई कार्रवाई की भी जानकारी दी गई. बैठक में पीएम मोदी को बताया गया कि 20 मुख्य कोविड दवाओं, 12 अन्य दवाओं, 8 बफर दवाओं और 1 इन्फ्लुएंजा दवा की उपलब्धता और कीमतों पर नजर रखी जा रही है. 27 दिसंबर 2022 को 22,000 अस्पतालों में एक मॉक ड्रिल भी आयोजित की गई और उसके बाद अस्पतालों द्वारा कई उपचारात्मक उपाय किए गए.
अस्पतालों में सभी को लगाना होगा मास्क
प्रधानमंत्री को देश में इन्फ्लुएंजा की स्थिति से अवगत कराया गया, विशेष रूप से पिछले कुछ महीनों में एच1एन1 और एच3एन2 के मामलों की अधिक संख्या के संबंध में जानकारी दी. इस दौरान प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को INSACOG जीनोम अनुक्रमण लैब्स के साथ पॉजिटिव सैंपल्स के संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण को बढ़ाने का निर्देश दिया. इसके साथ ही पीएम ने मरीजों, स्वास्थ्य कर्मियों और अस्पताल परिसर में लोगों को मास्क पहनने के लिए निर्देश देने को कहा.
टेस्टिंग पर दिया गया जोर
उन्होंने निर्देश दिया कि राज्यों के साथ आईआरआई/एसएआरआई द्वारा इन्फ्लुएंजा, कोरोना और एडेनोवायरस की टेस्टिंग की जाए. परीक्षण का पालन किया जाए. इसके अलावा, उन्होंने अस्पतालों में पर्याप्त बिस्तरों और स्वास्थ्य मानव संसाधनों की उपलब्धता के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं में इन्फ्लुएंजा और कोविड-19 के लिए आवश्यक दवाओं और रसद की उपलब्धता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया.